नई दिल्ली: इंटरनेशनल नारकोटिक ड्रग कार्टेल का भांड़ाफोड़ हुआ है। कार्टेल के पांच प्रमुख सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उनसे 23 किग्रा की हेरोइन बरामद की गई है। बरामद हेरोइन का अंतर्राष्ट्रीय मूल्य रुपये 90 करोड़ है। इस संबंध में एक स्विफ्ट और एक वैगन-आर कार जिसका उपयोग गिरोह के सदस्यों द्वारा किया जाता था उसे भी जब्त किया गया है। इस हेरोइन की तस्करी भारत में म्यांमार से मणिपुर के रास्ते हुई थी।
लग्जरी कार चोरी करने वाले चार लोग गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसने लग्जरी कार चोरी करने के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने कहा कि आरोपियों की पहचान मोहम्मद साजिद (35), सोनू (37), आकाश राठौर (26) और मुन्ना (55) के रूप में हुई है। तीन सितंबर को छतरपुर इलाके से एक स्कॉर्पियो कार चोरी होने के बाद मामला दर्ज किया गया था। पुलिस ने कहा कि जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर पाया गया कि आरोपी जिस ऑटो रिक्शा से आए थे उस पर 'मर्सिडीज' का लोगो (निशान) लगा हुआ था।
उन्होंने ने कहा कि जिसके बाद ऑटो के पूर्व में हुए चालान की भी पडताल की गई। पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) अतुल कुमार ठाकुर ने कहा कि मंगलवार को पुलिस को संदिग्ध ऑटो रिक्शा के दोबारा छतरपुर एन्क्लेव में आने की सूचना मिली थी। उन्होंने कहा कि जाल बिछाकर राठौर को गिरफ्तार किया गया और उससे पूछताछ के बाद अन्य आरेापियों को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि वे दिल्ली से लग्जरी कारे चुराकर बिहार के बक्सर में बेचते थे। पुलिस ने कहा कि इनके कब्जे से चोरी की गई कई लग्जरी कारें एवं अन्य वाहन बरामद किए गए हैं।
दिल्ली में 800 लोगों से ठगी करने वाले गिरोह के दो सदस्य गिरफ्तार
लकी ड्रॉ के बहाने कथित तौर पर लगभग 800 लोगों को ठगने वाले एक गिरोह में शामिल दो लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आरोपियों की पहचान उत्तम नगर निवासी सनी गोयल (28) और रोहिणी निवासी सज्जन कुमार (34) के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि वे दोनों 'प्राइम डील' नाम की कंपनी से जुड़े थे।
वे विभिन्न राज्यों के मोबाइल फोन नंबर प्राप्त कर लोगों को फोन कर लकी ड्रॉ उपहार देने का वादा कर बुलाते थे। उसके बाद वे उनका पता और पिनकोड प्राप्त करने के बाद, उस व्यक्ति को कहते थे कि उन्हें एक पार्सल भेजा जाएगा और उन्हें इसके लिए एक निश्चित राशि का भुगतान करना होगा। पूछताछ के दौरान उन्होंने बताया कि वे वादा किए गए उपहार को भेजने के बजाय, बेल्ट, बटुआ या इसी तरह की सस्ती वस्तुएं भेजते थे। पुलिस को रमेश पांडे नाम के एक व्यक्ति की शिकायत मिलने के बाद मामला प्रकाश में आया।