नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इंटरनेशनल ड्रग्स सिंडिकेट का भंडाफोड़ करते हुए एक विदेशी समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से पुलिस ने करीब 16.650 किलो ड्रग्स बरामद की है, जिसकी इंटरनेशनल मार्केट में कीमत करीब 30 करोड़ रुपए बताई जा रही है। पुलिस गिरफ्त में आया विदेश नागरिक कोरियर के जरिए अन्य देश में ड्रग्स में भेजा करता था। गिरफ्तार आरोपियों के नाम बाबू लाल और डेविड हैं जोकि एक नाइजीरियन नागरिक है जो अवैध रूप से इंडिया में रह रहे थे।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने जांच के दौरान 2 लोगों की पहचान की
दरअसल, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को दिल्ली में चल रहे इस इंटरनेशनल सिंडिकेट के बारे में जानकारी मिली थी। जिसकी जांच के दौरान इस गिरोह के दो लोगों की पहचान की गई। जिसके बाद करीब 2 महीने से अधिक की कोशिश के बाद पुलिस की टीम को 8 सितंबर इस सिंडिकेट के एक साथी बाबू लाल उर्फ बबलू के बारे में जानकारी मिली जो कि दिल्ली के मंगोलपुरी में ड्रग्स की डिलीवरी करने के लिए आने वाला था।
मंगोलपुरी श्मशान के पास पुलिस ने जाल बिछा कर ऐसे किया गिरफ्तार
गुप्त सूत्रों के मिली इस जानकारी के बाद एक टीम का गठन कर मंगोलपुरी श्मशान के पास करीब 9.30 बजे जाल बिछाया गया। रात करीब 11 बजे के बाद ग्रे कलर की स्विफ्ट कार श्मशान के गेट के पास आकर रुकी और बैग वाला एक व्यक्ति कार से बाहर आया और किसी का इंतजार करने लगा। मुखबिर ने उसकी पहचान बाबू लाल उर्फ बबलू के रूप में की। जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया, जिसकी बैग की तलाशी में 4 किलो हेरोइन बरामद हुई।
डेविड के पास से करीब 1 किलो की ड्रग्स बरामद की गई
पुलिस की पूछताछ में बाबूलाल ने दिल्ली के उत्तम नगर इलाके में एक नाइजीरियाई नागरिक चिगोजी उर्फ डेविड के नाम का खुलासा किया। जिसके बाद बाबू लाल की निशानदेही पर डेविड को 10 सितम्बर के दिन उस वक्त पकड़ लिया गया जब वो स्कूटी से ड्रग्स लेकर जा रहा था। तलाशी के दौरान डेविड के पास से करीब 1 किलो की ड्रग्स बरामद की गई और जब डेविड की घर पर छापा मारा गया तो वहां से काफी मात्रा में ड्रग्स बरामद हुई।
पूछताछ में हुआ इंटरनेशनल ड्रग्स सिंडिकेट का खुलासा
गिरफ्तार दोनों लोगों की पूछताछ में पता चला कि ये एक इंटरनेशनल ड्रग्स सिंडिकेट के सदस्य हैं। गिरफ्तार नाइजीरियाई नागरिक ने खुलासा किया कि पंजाब के कई लोग उससे दिल्ली में हेरोइन खरीदते हैं, साथ ही वो हेरोइन की खेप ब्रिटेन, श्रीलंका, यूएई, नेपाल, बांग्लादेश, दक्षिण अफ्रीका आदि देशों में दिल्ली से कुरियर कंपनियों के जरिए फर्जी आईडी का इस्तेमाल कर भेजता था।
वीजा खत्म होने के बाद भी डेविड भारत में रह रहा था
डेविड 6 महीने के बिजनेस वीजा पर जुलाई 2019 में भारत आया था और वीजा की खत्म होने के बाद भी, वो अपने देश नहीं लौटा और अवैध रूप से भारत में रह रहा था। शुरू में तो वो ड्रग्स की तस्करी में अपने एक नाइजीरियाई साथी के साथ जुड़ा था जोकि दिल्ली बेस्ड एक अफगान के नागरिक से ड्रग्स लिया करता था लेकिन करीब छह महीने तक काम करने के बाद डेविड ने अपने साथी का साथ छोड़ दिया और अपना खुद का नेटवर्क बना लिया और खुद ही ड्रग्स की तस्करी करने लगा। डेविड के पासपोर्ट को पुलिस ने बरामद कर लिया है जिससे ये पता चलता है कि ये नेपाल और संयुक्त अरब अमीरात भी गया है। हालांकि, जांच जारी है साथ ही पुलिस इसके अन्य साथियों की जानकारी जुटाने में लगी हुई है।