हैदराबाद: हैदराबाद के बोइनपल्ली में किडनैपिंग के मामले को पुलिस ने मात्र कुछ ही घंटों में सुलझा दिया है और किडनैप हुए तीनों लोग सुरक्षित हैं। तीनों को अपहरणकर्ता नारसिंगी के निकट छोड़कर फरार होने का प्रयास कर रहे थे। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर नॉर्थ जोन की टास्कफोर्स पुलिस ने दो वाहन जब्त किये। बताया जा रहा है कि मुख्य आरोपी के साथ 15 आरोपियों को पुलिस ने हिरासत में लिया है।
आपको बता दें कि कल शाम तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के बोइनपल्ली में किडनैप की घटना ने सनसनी फैला दी थी। हैदाराबाद के पुलिस कमिश्नर अंजनी कुमार ने गुरुवार को इस मामले पर कहा कि प्रवीण राव, सुनील राव और नवीन राव का कुछ लोगों ने अपहरण कर लिया था। मंगलवार की शाम 7 बजे करीब खुद को आईटी विभाग के अधिकारी कहते हुए करीब 10 लोग घर में घुस आये थे, जिसमें एक पुलिस की वर्दी में भी था। सभी को एक कमरे में बंद करके इन तीनों को किडनैप करके ले गए।
उन्होंने कहा कि हैदराबाद के हाफिज़पेट में एक जमीन को लेकर उनके बीच विवाद चल रहा था, पिछले साल पुलिस स्टेशन में एक मामला भी दर्ज किया गया था, प्रवीण राव ने सुब्बा रेड्डी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। जिसकी वजह से तीनों भाइयों का अपहरण किया गया था। करीब एक घंटे बाद पड़ोसी ने उनका दरवाजा खोला और घरवालों ने डायल 100 में कॉल करके पुलिस को सूचित किया। फिर हैदाराबाद पुलिस ने कर्नूल और विजयवाड़ा की तरफ जाने वाली सड़क को नाकाबंदी कर दी गई और हैदाराबाद पुलिस की कई टीम लगा दी गई।
अपहरणकर्ता जब सभी तरफ नाकाबंदी देखी तो उन्होंने रात के 3.30 बजे करीब नारसिंगी के पास तीनों को छोड़ दिया। फिर उनके फ़ोन ऑन होते ही पुलिस को पता चल गया। पुलिस कमिश्नर ने कहा कि इस किडनैपिंग के पीछे के प्रधान आरोपी ए वी सुब्बा रेड्डी, दूसरा आरोपी श्रीमती भूमा अखिला प्रिया, तीसरा आरोपी भार्गव राम के अलावा कई और लोगों ने मिलकर इस अपराध को अंजाम दिया हैं। आखिला प्रिया को कुकटपल्ली स्थित उनके घर से गिरफ्तार किया गया और गांधी अस्पताल में मेडिकल जांच के लिए भेजा गया। भूमा आखिला प्रिया आंध्र प्रदेश की पूर्व मंत्री हैं और पति भार्गव हैं।