Tuesday, November 05, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. क्राइम
  3. पार्ट टाइम नौकरी के नाम पर फ्रॉड, तीन दिनों में 1.6 करोड़ से ज्यादा की ठगी, 15 पीड़ितों ने की शिकायत

पार्ट टाइम नौकरी के नाम पर फ्रॉड, तीन दिनों में 1.6 करोड़ से ज्यादा की ठगी, 15 पीड़ितों ने की शिकायत

हैदराबाद में केवल तीन दिनों में, शहर आयुक्तालयों के तीन साइबर अपराध स्टेशनों ने 15 पीड़ितों की शिकायतें दर्ज की हैं। जिन्होंने एक ही प्रकार के निवेश/पार्ट टाइम जॉब धोखेबाजों के कारण 1.6 करोड़ से ज्यादा रुपये खो दिए हैं।

Edited By: Akash Mishra @Akash25100607
Updated on: August 02, 2023 8:34 IST
सांकेतिक फोटो- India TV Hindi
Image Source : FILE सांकेतिक फोटो

हैदराबाद: हालही में शहर में पुलिस द्वारा निवेश/पार्ट टाइम नौकरी धोखाधड़ी चलाने वाले  साइबर धोखेबाजों के एक इंटरनेशनल गैंग की गिरफ्तारी केवल शुरुआत भर है। यह जाल इतना बड़ा है कि इन गिरफ़्तारियों का ऐसी गतिविधियों पर बेहद कम असर पड़ा है। TOI की एक रिपोर्ट के मुताबिक शुक्रवार से केवल तीन दिनों में, शहर आयुक्तालयों के तीन साइबर अपराध स्टेशनों ने 15 पीड़ितों की शिकायतें दर्ज की हैं, जिन्होंने एक ही प्रकार के निवेश/पार्ट टाइम जॉब धोखेबाजों के कारण 1.6 करोड़ से ज्यादा रुपये खो दिए हैं।

'ऑनलाइन मिला था पार्ट टाइम जॉब का ऑफर' 

पीड़ितों में से एक केंद्रीय सरकारी कर्मचारी ने एक ही महीने के समय में 90 लाख रुपये खो दिए। वहीं, एक और पीड़ित, जो पेशे से एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर है [50 वर्षीय राम चंदर (बदला हुआ नाम)] ने सोमवार को साइबराबाद पुलिस से संपर्क किया। चंदर ने पुलिस को बताया कि धोखाधड़ी 3 जून को शुरू हुई जब उसे एक दिव्या से पार्ट टाइम ऑनलाइन काम करने के लिए एक टेलीग्राम मैसेज मिला। उसने बताया, "मेरा काम रिसॉर्ट्स और होटलों की श्रृंखला के लिए ट्रैवल बुकिंग पोर्टल पर ग्राहकों को अच्छी रेटिंग देना था। मुझे बताया गया कि वे रेटिंग देने के लिए होटलों के तीन सेट उपलब्ध कराएंगे जिनमें से प्रत्येक सेट में 28 होंगे। 850 से 3,000 की दैनिक कमाई का वादा किया गया था"

'मेडिकल पेशेवर बताया था खुद को' 
चंदर ने कहा कि उन्हें ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने के लिए एक कोड के साथ एक वेबपेज लिंक मिला। फोन नंबर और बैंक खाते के विवरण के साथ पंजीकरण के बाद, उन्हें 1,130 का बोनस मिला। चंदर ने बताया "पहला काम पूरा होने के बाद, मुझे कमीशन के रूप में 811 मिले, जिसे मैंने वापस ले लिया और यह मेरे बैंक खाते में जमा हो गया। दिव्या ने दावा किया कि वह केरल के त्रिशूर की एक मेडिकल पेशेवर थी और पार्ट टाइम बेस्ड पर भी काम कर रही थी।"

उनका विश्वास हासिल करने के बाद, चंदर को अतिरिक्त बोनस के लिए नए कामों का चयन करने की सलाह दी गई और इसे सक्षम करने के लिए उन्हें 11,300 जमा करने के लिए कहा गया। पहला सेट ख़त्म करने पर, उन्हें 4,800 निकालने की अनुमति दी गई और बाद में छह गुना अधिक कमीशन प्राप्त करने के लिए डीलक्स कामों के लिए पंजीकरण करने की सलाह दी गई।

'90 लाख कराए ट्रांसफर'
पुलिस ने कहा कि एक बार जब उसने डीलक्स कामों का ऑप्शन चुना, तो प्रारंभिक जमा राशि बढ़ गई और उसे यह विश्वास दिलाया कि वह लाखों का प्रोफिट कमाने लायक है। चंदर से 3 जून से 17 जुलाई के बीच विभिन्न बैंक खातों में 90 लाख ट्रांसफर करने के लिए कहा गया। पुलिस ने कहा, उन्होंने पीड़ित को बहुत ज्यादा आभासी प्रोफिट दिखाया और उससे कुल राशि निकालने के लिए उस राशि का आधा हिस्सा जमा रखने के लिए कहते रहे। 

'बाद में हुआ आभास तो कराई रिपोर्ट दर्ज' 
चंदर ने बताया कि "जैसे-जैसे मैं पैसे जमा करता गया, वे आभासी लाभ बढ़ाते रहे और आखिरी में प्रोफिट के रूप में 2.23 करोड़ दिखाया। तब तक मैं 90 लाख जमा कर चुका था। लेकिन मुझे रिटर्न के रूप में केवल 20,100 मिले थे। जब उन्होंने मुझसे 47 लाख और मांगे, तो मुझे एहसास हुआ कि यह एक धोखाधड़ी थी और मैंने शिकायत दर्ज कराई।" अब स्थिति की गंभीरता को स्वीकार करते हुए, तेलंगाना राज्य साइबर सुरक्षा ब्यूरो (टीएससीएसबी) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि वे निवेश/पार्ट टाइम नौकरी धोखाधड़ी मामलों की गहन जांच करने की योजना बना रहे हैं।

ये भी पढ़ें: CAT 2023 के लिए आज से शुरू होंगे रजिस्ट्रेशन, जानें कैसे करेंगे आवदेन
 

 

Latest Crime News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। News in Hindi के लिए क्लिक करें क्राइम सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement