हरियाणा से एक ऐसी खबर आ रही है जो बाप-बेटी के पवित्र रिश्ते को तार-तार कर रही है। यहां पलवल जिले में एक पिता ने अपनी नाबालिग बेटी को अपने हवस का शिकार बना लिया। यहां की अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायालय ने एक मामले एक पिता को अपनी बेटी से दुष्कर्म के आरोप में फांसी की सजा सुनाई है। साथ ही पीड़िता को 7.50 लाख रुपये आर्थिक सहायता के तौर पर देने का भी आदेश दिया है। जानकारी के मुताबिक, मामला 2020 का था, जिसमें एक पिता ने अपनी 17 वर्षीय बच्ची के साथ 3 सालों तक दुष्कर्म किया।
कोर्ट ने दी फांसी की सजा
सरकारी वकील ने जानकारी देते हुए बताया कि बहीन थाना क्षेत्र की एक नाबालिग से दुष्कर्म कर गर्भवती करने का मामला तब से कोर्ट में विचाराधीन था। इसी मामले में न्यायाधीश प्रशांत राणा की फास्ट ट्रैक कोर्ट ने आरोपी पिता को दोषी करार देते हुए फांसी की सजा सुनाई है। साथ ही अदालत ने जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के जरिए पीड़िता को 7.50 लाख रुपये आर्थिक सहायता के तौर पर देने का भी आदेश दिया है। बता दें कि बीते शुक्रवार को फास्ट ट्रैक कोर्ट ने आरोपी पिता को दोषी करार दिया है।
ये था पूरा मामला
दरअसल, एक मामला 2 अक्टूबर 2020 को महिला पुलिस थाने में दर्ज हुआ, इसके मुताबिक एक व्यक्ति ने अपनी 17 वर्षीय बेटी के साथ 3 साल तक लगातार दुष्कर्म किया। वहीं, बेटी के गर्भवती होने पर इस शर्मनाक मामले का खुलासा हुआ। इसके बाद महिला थाने की पुलिस ने पिता के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद दुष्कर्म की पुष्टि करने के लिए पुलिस ने नाबालिग के पेट में पल रहे बच्चे का DNA टेस्ट कराया, जिसमें स्पष्ट हो गया कि लड़की का पिता ही आरोपी है। उसी समय से यह मामला कोर्ट में चल रहा था। बता दें कि पेशे से मजदूर आरोपी तभी से जेल में बंद है। पीड़िता की तरफ से सरकारी वकील ने अपनी दलील में कहा कि पिता की दरिंदगी को देखते हुए उसे फांसी की सजा मिलनी चाहिए। वकील की दलीलों और जांच अधिकारी द्वारा कोर्ट में पेश किए गए सबूतों के आधार पर फास्ट ट्रैक कोर्ट ने आरोपी को फांसी की सजा सुनाई और दोषी पर 15 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया।
3 साल पहले दर्ज हुआ था मामला
महिला थाना पुलिस के मुताबिक, 17 वर्षीय नाबालिग लड़की ने 2 अक्टूबर 2020 को शिकायत दर्ज कराई थी कि उसकी मां की 4 साल पहले मौत हो चुकी है। मां की मौत के 1 साल बाद से पिता उसके साथ दुष्कर्म करने लगे और विरोध करने पर उसके पिता उसे जान से मारने की धमकी देते थे, इसके बाद वो गर्भवती हो गई। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने आरोपी पिता को जेल भेज दिया और नाबालिग को एक NGO के संरक्षण में रखा गया। पीड़िता ने मार्च 2021 में एक बच्ची को जन्म दिया। जिसे एनजीओ के जरिए किसी दंपती को गोद दे दिया गया।
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