मध्य प्रदेश के ग्वालियर में दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है। यहां पति ने नए साल पत्नी की हत्या कर उसके शव को घर से 50 किलोमीटर दूर ले जाकर जला दिया और अस्थियां चंबल में बहा दीं। इसके बाद वह वापस लौटा और पत्नी गुमशुदा होने की शिकायत पुलिस को कर दी। लेकिन रिश्तेदारों को संदेह होने पर उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस से की तो पुलिस ने पति और ससुर को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की, जिसेक बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ।
मामला ग्वालियर के थाटीपुर थाना क्षेत्र का है। न्यू सुरेश नगर कॉलोनी की सरकारी मल्टी में रहने वाले दीनू टैगोर की शादी चंचल से एक साल पहले हुई थी। शादी के बाद से दोनों में झगड़े हुआ करते थे। 31 दिसंबर को भी किसी बात को लेकर दोनों में झगड़ा हो गया था और झगड़े के बाद दीनू ने अपनी पत्नी चंचल का गला घोटकर मौत की घाट उतार दिया।
पिता के साथ मिलकर रची साजिश
पत्नी की हत्या के बाद दीनू घबरा गया और अपने पिता को फोन पर पूरी बात बताई। इसके बाद अपने अपराध को छिपाने के लिए उसने अपने पिता के साथ मिलकर षड़यंत्र रचा और एक एंबुलेंस बुलाई। आरोपी पत्नी के बीमार होने की कहानी बताते हुए रोता हुआ बाहर निकला और पत्नी को एंबुलेंस में रख कर अस्पताल ले जाने की बात कहकर निकल गया। जबकि वह पत्नी की हत्या पहले ही कर चुका था। यहां से वह सीधे 50 किलोमीटर दूर अपने पैतृक गांव जिला मुरैना के कैमाराकलां पहुंचा। यहां किसी भी रिश्तेदार को सूचना दिए बिना उसने पत्नी के शव को जला दिया और अगले दिन अस्थियों और राख को चंबल में फेंककर ग्वालियर लौट आया।
थाने में दर्ज कराई गुमशुदगी की रिपोर्ट
ग्वालियर आकर आरोपी दीनू थाटीपुर थाने पहुंचा और पत्नी की गुमशुदगी होने की रिपोर्ट दर्ज कराई। वहीं, गुमशुदा होने की जानकारी उसने चंचल के मायके वालों को भी दी। चंचल के मायके वाले घर आए और इस संबंध में बात की तो दीनू कुछ अटपटे जवाब दे रहा था, जिस पर उन्हें संदेह हो गया। इसके बाद मायके वालों ने इसकी सूचना पुलिस को दी, जिसके बाद पुलिस ने पति को राउंड अप कर उससे पूछताछ की तो उसने हत्या करना कबूल कर लिया। फिलहाल इस मामले में पुलिस ने पति दीनू और ससुर जरदान सिंह को हिरासत में ले लिया है। लाश को ठिकाने लगाने में इस्तेमाल की गई एंबुलेंस को जब्त कर कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
(ग्वालियर से भूपेंद्र भदौरिया की रिपोर्ट)