नई दिल्ली: दिल्ली की रोहिणी कोर्ट में शुक्रवार को हुई गैंगवार में गैंगस्टर जीतेंद्र गोगी की हत्या कर दी गई। इस गोलीबारी में हमला करने आए 2 शूटर सहित तीन लोगों की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि जिन हमलावरों ने जीतेंद्र गोगी पर फायरिंग की वह टिल्लू गैंग के सदस्य थे। इन शूटर्स का नाम मॉरिस और राहुल बताया जा रहा है। राहुल 50000 का इनामी बदमाश था। बता दें की हाल में जितेंद्र उर्फ गोगी जिसकी मौत हुई है वह लॉरेश बिश्नोई, संपत नेहरा, काला जखेड़ी एक साथ मिलकर गैंग चला रहे थे। जबकि दूसरी तरफ टिल्लू जो तिहाड़ में बन्द है, वह नवीन बाली, कौशल, नीरज बबनिया एक साथ गैंग ऑपरेटर कर रहे थे।
इस गैंगवार में मारा गया जितेंद्र गोगी दिल्ली के श्रद्धानंद कॉलेज से पढ़ चुका है और इलेक्शन भी लड़ चुका है। साल 2014 के आसपास जितेंद्र गोगी के गांव का एक लड़का कॉलेज के इलेक्शन में खड़ा हुआ था। उसी समय सुनील उर्फ टिल्लू का भी एक रिश्तेदार चुनाव लड़ा था। जिसके चलते सुनील उर्फ टिल्लू ने जितेंद्र गोभी के कैंडिडेट को धमकाया था और उसने अपना नॉमिनेशन वापस लेना पड़ा। जिसके चलते सुनील उर्फ टिल्लू का कैंडिडेट इलेक्शन जीत गया। इलेक्शन के बाद जितेंद्र गोगी और टिल्लू उर्फ सुनील में दुश्मनी हो गई थी। जिसके बाद यह दुश्मनी लगातार बढ़ती गई और दोनों गैंग ने एक दूसरे के गैंग के सदस्यों की हत्या भी की है।
रोहिणी कोर्ट परिसर में आज हुआ क्या?
स्पेशल सेल के सूत्रों के मुताबिक जीतेंद्र गोगी की हत्या करने आए दोनों हमलावर पहले से ही कोर्ट नंबर 207 के अंदर चेयर पर बैठे हुए थे। क्योंकि दोनों वकील की वेशभूषा में थे इसलिए किसी को उनपर शक नही हुआ। जैसे ही गोगी कोर्ट रूम नंबर 207 में पहुंचता है, दोनों हमलावर ने उसपर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। जिसके बाद कोर्ट रूम के अंदर ही दोनों पर पुलिस टीम जवाबी कारवाई करती है और दोनों को मौके पर ही मार गिराया जाता है।
एडिशनल सेशन जज के सामने हुई फायरिंग
सूत्रों मिली जानकारी के अनुसार जिस समय कोर्ट परिसर में फायरिंग हुई उस समय एडिशनल सेशन जज गगनदीप सुनवाई के लिए बैठे हुए थे। जीतेंद्र गोगी को 2 साल पहले ही स्पेशल सेल ने गुरुग्राम से गिरफ्तार किया था।