नई दिल्ली। कोरोना काल में सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर 100 से ज्यादा लोगों के साथ ठगी करने वाली विशाखा नाम की महिला को साउथ ईस्ट डिस्ट्रिक्ट पुलिस ने गिरफ्तार किया है। साउथ ईस्ट दिल्ली के सरिता विहार थाने में विजय नाम के एक पीड़ित ने 24 नवम्बर को शिकायत की कि वो विशाखा नाम की महिला जो कि गुलाटी की बेटी है और सरिता विहार की रहने वाली है इससे एक सुनंदा नाम की महिला से मिला था।
सुनंदा खुद अब एक पीड़ित है, सुनंदा ने बताया कि कोरोना संकट के बीच सरकारी नौकरी में नई भर्ती बंद है पर उसकी एक जानने वाली विशाखा जो कि दिल्ली सरकार के बिहाफ पर सरकारी भर्ती कर रही है और एसडीएम के अंडर में काम करती है। विशाखा गुलाटी ने उसे अपना आईकार्ड दिखाया, एपाउंटमेंट लैटर और एक C फॉर्म दिखाया कि ये फॉर्म एसडीएम का है और इस भरोसे में लिया कि वो उसकी और उसके रिश्तेदारों की सरकारी नौकरी लगवा देगी।
इसके बाद विशाखा ने उसका आधार कार्ड, डॉक्युमेंट्स, एड्रेस प्रूफ, एजुकेशनल सर्टिफिकेट मांगे और 13,000 रुपए हर नौकरी के लिए आए शख्स से अपने पिता अशोक गुलाटी को गूगल और फोन पे करने को कहा। साथ ही पुरानी नौकरी से इस्तीफा देने वाला मेल की कॉपी भी मांगी। पैसे लेने के बाद इन लोगो को एपाउंटमेंट लैटर, होम गार्ड का आईकार्ड, डाटा एंट्री ऑपरेटर, फाइनेंस और एकाउंट मैनेजर की पोस्ट के आईकार्ड भी दिए। इसके बाद कुछ लोगों को अलग-अलग जगह काम करने के लिए कहा, कुछ को अपने घर सरिता विहार कुछ को वर्क फ्रॉम होम करने के निर्देश दिए।
जांच के दौरान कुछ शिकायतकर्ता जिसमें भीम कुमार, अर्चना चौहान, सुनीता, सुरेंद्र, सचिन, प्रियंका, केदार ढाल आदि ये सब थाने आए और विशाखा के ऊपर यही सेम आरोप लगाए की सिविल डिफेंस में नौकरी के नाम पर उनके साथ धोखाधड़ी की गई और उन्हें फर्जी डॉक्युमेंट्स आइकार्डस जिस पर दिल्ली पुलिस और सिविल डिफेंस के लोगों लगे हुए थे। पुलिस ने अब तक कि जांच में 11 लोगों को दिए गए फर्जी आईकार्ड सीज किए गए हैं।
इस मामले में आरोपी 48 साल की महिला विशाखा गुलाटी है और इसका पति के साथ तलाक का प्रोसेस चल रहा है। विशाखा एचआर में एमबीए है और एचआर के तौर पर पहले कुछ जगह नौकरी भी कर चुकी है। विशाखा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और इस घोटाले में इसके 74 साल के पिता अशोक गुलाटी के रोल को वेरिफाई किया जा रहा है उनसे भी पूछताछ चल रही है। अशोक गुलाटी हैवल्स इंडिया कंपनी जिनकी www.jobs नाम से वेबसाइट है उससे प्रेसिडेंट के तौर पर रिटायर हो चुके है। जांच से लगता है इस मामले में इन लोगों ने कई लोगों को ठगी का शिकार बनाया है और इस गिरफ्तारी से कई और विक्टिम सामने आ सकते हैं।