पटना: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की तस्वीर का इस्तेमाल कर पांच करोड़ रुपए से ज्यादा की ठगी करने का एक मामला सामने आया है। इस मामले में पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि कुछ लोगों ने कर्ज देने के नाम पर धोनी फाइनेंस नाम की एक फर्जी कंपनी खोली और देशभर में करोड़ों रूपए की ठगी कर ली। इस कंपनी के लोगो पर क्रिकेटर धोनी की तस्वीर लगा रखी थी।
आसन किस्तों में लोन देने की बात कहकर लेते थे झांसे में
पुलिस के मुताबिक, ये प्रोसेसिंग के नाम पर 50 हजार रुपए तक लेते थे। इनके पास कई लोगों के नाम, पता और फोन नंबर था, जिन्हें फोन कर आसान किस्तों पर ऋण उपलब्ध कराने का झांसा दिया जाता था। पटना के पत्रकारनगर थाने की पुलिस ने रविवार की देर शाम इस गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया।
2 आरोपी ठगी के मामले में पहले भी जेल जा चुके
अधिकारी ने बताया कि कंकड़बाग दक्षिणी गोलंबर के समीप स्थित गली से पहले दो ठग, गौतम कुमार और भरत कुमार को संदिग्ध स्थिति में पकड़ा गया। इसके बाद पुलिस उनकी निशानदेही पर खेमनीचक स्थित जालसाजों के दफ्तर पहुंच गयी जहां से तीन और पकड़े गये। उनमें आकाश कुमार सिन्हा राजीव रंजन और आकाश कुमार शामिल हैं। आकाश सिन्हा और आकाश कुमार पहले भी ठगी के मामले में जेल जा चुके हैं।
आरोपियों 2 कमरों के फ़्लैट में ऑफिस बना रखा था
पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ मानवजीत सिंह ढिल्लो ने बताया कि यह गैंग पर्सनल लोन, होम लोन, व्यवसायिक लोन, इंश्योरेंस और जीएसटी के नाम पर लोगों से ठगी किया करता था। ये दो कमरों का फ्लैट लेकर दफ्तर खोल रखा था। पुलिस ठगों के पास से 1.45 लाख नकद रुपये, लैपटॉप, महेंद्र सिंह धोनी की तस्वीर, रजिस्टर, 10 मोबाइल फोन, बाइक और 30 एटीएम कार्ड बरामद किये हैं।