इंदौर (मध्यप्रदेश): अपहरण के बाद कारोबारी की हत्या के चार आरोपियों ने जिले की एक जेल की सुरक्षा व्यवस्था में रविवार को सेंध लगाते लगाते हुए कारागार की दीवार फांद कर भागने की कोशिश की। हालांकि, जेल कर्मचारियों ने ग्रामीणों की मदद से उन्हें कुछ देर बाद पकड़ कर दोबारा सलाखों के पीछे पहुंचा दिया।
जिला मुख्यालय से करीब 40 किलोमीटर दूर देपालपुर की उप जेल की इस घटना से सकते में आये वरिष्ठ अधिकारियों ने रविवार शाम कारागार का दौरा किया। दौरे के बाद अनुविभागीय मजिस्ट्रेट (एसडीएम) प्रतुल सिन्हा ने पीटीआई-भाषा को बताया, "चारों विचाराधीन कैदियों ने एक-दूसरे के कंधे पर चढ़कर देपालपुर की उप जेल की 17 फुट ऊंची दीवार फांदी।"
सिन्हा ने बताया कि जेल भवन के पास स्थित स्टाफ निवास में रह रहे लोगों की निगाह अचानक चारों कैदियों पर पड़ी। इन लोगों के शोर मचाये जाने के बाद जेल प्रहरियों ने पीछा करते हुए फरार कैदियों को पकड़ लिया। इसमें ग्रामीणों ने भी उनकी मदद की। एसडीएम ने बताया कि चारों आरोपियों ने इस घटना से पहले जेल के एक कर्मचारी से कारागार की चाबी छीनने की कोशिश भी की थी।
इस बीच, देपालपुर के अनुविभागीय पुलिस अधिकारी (एसडीओपी) संजय चतुर्वेदी ने बताया कि जेल से भागने की नाकाम कोशिश करने वाले चारों कैदियों-विकास, संजय, देवकरण और विनोद पर भारतीय दंड विधान की धारा 224 (कानूनी प्रावधानों के मुताबिक पकड़े जाने में किसी व्यक्ति द्वारा बाधा उत्पन्न किया जाना), धारा 353 (लोक सेवकों को भयभीत कर उन्हें उनके कर्तव्य के निर्वहन से रोकने के लिये उन पर हमला) और अन्य सम्बद्ध धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि चारों विचाराधीन कैदी जिले के मानपुर क्षेत्र में मार्च के दौरान एक कारोबारी के अपहरण के बाद उसकी हत्या के आरोपियों में शामिल हैं। इनकी उम्र 20 से 25 साल के बीच है।