Andaman gang rape case : अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के पूर्व मुख्य सचिव पर 21 वर्षीय युवती ने नौकरी दिलाने के बहाने घर पर बुलाने और फिर कई लोगों के साथ मिलकर गैंगरोप करने का सनसनीखेज आरोप लगाया है। इस मामले में गठित पुलिस के विशेष जांच दल (एसआइटी) ने शनिवार को पूर्व मुख्य सचिव से पूछताछ शुरू कर दी है।
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के पूर्व मुख्य सचिव जितेंद्र नारायण से 21 वर्षीय युवती से कथित सामूहिक बलात्कार मामले में एसआइटी शनिवार को सुबह 11 बजे से ही पूछताछ कर रही है। एक अधिकारी ने बताया कि एसआइटी की पूछताछ अभी जारी है। अंडमान और निकोबार पुलिस की वरिष्ठ अधिकारी मोनिका भारद्वज की अगुवाई में एसआइटी ने जितेंद्र नारायण से शुक्रवार को भी लगभग आठ घंटे पूछताछ की थी। पीड़िता ने आरोप लगाया है कि उसे तत्कालीन मुख्य सचिव नारायण के घर सरकारी नौकरी देने का प्रलोभन देकर बुलाया गया और नारायण समेत शीर्ष अधिकारियों ने उसके साथ दुष्कर्म किया।
पूर्व मुख्य सचिव के अलावा इन पर भी दुष्कर्म करने का आरोप
मामले में दर्ज प्राथमिकी के अनुसार युवती ने पूर्व मुख्य सचिव समेत कई लोगों पर मिलकर सामूहिक दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है। श्रम आयुक्त आर.एल.ऋषि को भी महिला से दुष्कर्म करने का आरोपी बनाया गया है। जबकि पुलिस निरीक्षक और होटल मालिक को अपराध में साथ देने का आरोपी बनाया गया है। एसआइटी ने शुक्रवार को पुलिस निरीक्षक से भी पूछताछ की थी। नारायण के खिलाफ एक अक्टूबर को प्राथमिकी दर्ज की गई थी, जब उनका स्थानांतरण दिल्ली वित्त निगम के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक पद पर किया गया था। सरकार ने 17 अक्टूबर को उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था।
बिना साक्षात्कार के भर्ती कराने का दिया प्रलोभन और कर दिया दुष्कर्म
युवती ने प्राथमिकी में दावा किया है कि मुख्य सचिव ने अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह प्रशासन के विभिन्न विभागों में ‘7800 उम्मीदवारों’ की नियुक्ति बिना किसी ‘‘औपचारिक साक्षात्कार’’ के केवल ‘सिफारिश के आधार’ पर की है। पीड़िता का आरोप है कि उसे सरकारी नौकरी का प्रलोभन देकर मुख्य सचिव के आवास पर बुलाया गया और 14 अप्रैल एवं एक मई को दुष्कर्म किया गया। उसे भी कहा गया था कि बिना साक्षात्कार के ही सीधे नौकरी पर रख दिया जाएगा।