मुम्बई : मुम्बई क्राइम ब्रांच की यूनिट 5 ने भारत के अलग-अलग राज्यों से 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी मज़दूर वर्ग के लोगों को विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर उनसे ठगी किया करते थे। अब तक की जांच में पता चला है कि गिरफ्तार आरोपियों ने करीब 300 लोगों को ठग कर करोड़ों रुपये कमाए हैं। इस मामले में रामकृपाल कुशवाहा को भिवंडी से गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा रोहित सिंह को मुंबई, आशीष कुमार माहतो को दिल्ली, अमितोष गुप्ता को लखनऊ और राहुल कुमार चौधरी को बिहार से गिरफ्तार किया गया है।
क्राइम ब्रांच के डीसीपी राजतिलक रौशन ने बताया कि हमारे पास एक शिकायत आई थी, जिसमें पीड़ित ने कहा था कि कुछ लोगों ने उसे अज़रबैजान में नौकरी दिलाने के नाम पर फंसाया और उसे फर्जी वीज़ा भी दिया। इसके बाद पुलिस ने MRA पुलिस स्टेशन में आरोपियों के ख़िलाफ़ IPC की धारा 420, 465, 467, 468, 471, और 120(B) और इंडियन इमिग्रेशन एक्ट की धारा 10, 24 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। जांच के दौरान पता चला कि आरोपी देश के अलग-अलग इलाकों में हैं और वह एक-एक शख़्स से नौकरी दिलाने के नाम पर 40-60 हज़ार रुपये लेते थे। आरोपियों ने कई जगह कार्यालय भी भाड़े पर लेकर खोले थे, जहां पर वह लोगों को अज़रबैजान, ओमान, दुबई, सऊदी अरब, कतर और रशिया में नौकरी दिलाने की बात कहते थे।
फर्जी वीजा और फर्जी अपॉइंटमेंट लेटर बरामद
आरोपी नौकरी के लिए आए इच्छुक लोगों को फर्जी वीजा बनाकर देते थे और फर्जी नौकरी का अपॉइंटमेंट लेटर भी देते थे। इसके बाद जब विदेश जाने का समय आता था तो उसके कुछ दिन पहले आरोपी ऑफिस बंद करके फरार हो जाते थे। पुलिस ने कई जगहों पर छापेमारी की। छापेमारी में पुलिस को 63 पासपोर्ट्स, अज़रबैजान देश की 7 फर्जी वीजा, 5 कंप्यूटर, कलर प्रिंटर, 5 लैंडलाइन फ़ोन, 14 मोबाइल सिम कार्ड, 4 रबर स्टैम्प, 10 डेबिट कार्ड्स, 6 चेकबुक और ऑफर लेटर जब्त किया है। इस मामले में दो आरोपी दिल्ली जेल में बंद हैं। ये आरोपी भी इसी तरह के एक मामले में गिरफ़्तार हुए थे और जेल में हैं। मुंबई क्राइम ब्रांच की एक टीम दिल्ली भेजी गई है, ताकि वो इन आरोपियों की कस्टडी ले सके।
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