सूरत के अंजलिर उद्योग क्षेत्र में नौकरी से निकाले गए एक कर्मचारी और उसके सहयोगी ने कपड़ा कारखाने के मालिक, उसके पिता और चाचा की हत्या कर दी। मामले में पुलिस ने दो संदिग्धों को हिरासत में लिया है, जिनमें से एक नाबालिग है। सूरत के डिप्टी पुलिस कमिश्नर हर्षद मेहता ने कहा कि कल्पेश ढोलकिया की वेदांत टेक्सो नाम की एक एम्ब्रायडरी यूनिट है। उन्होंने बताया कि फैक्ट्री मालिक ने अपने यहां काम कर रहे एक कर्मचारी को निकाल दिया था। जिसके बाद रविवार की सुबह 9 बजे वह कर्मचारी अपने सहयोगी के साथ फैक्ट्री यूनिट पहुंचा। कल्पेश ढोलकिया के साथ दोनों की तीखी बहस हुई, जो जल्द ही हाथापाई में बदल गई। मारपीट के दौरान दो आरोपियों में से एक ने ढोलकिया पर चाकू से हमला कर दिया। यूनिट में मौजूद कल्पेश के पिता धनजीभाई और चाचा घनश्याम राजोदिया ने बीच-बचाव किया तो आरोपी ने उन पर भी चाकू से हमला कर दिया। अधिकारी ने कहा कि इसके बाद दोनों यूनिट से भाग गए।
दस दिन पहले कर्मचारी को नौकरी से निकाला गया था
पुलिस ने कहा कि तत्काल इलाज के लिए तीनों को पास के एक अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। दो संदिग्धों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है, उनमें से एक नाबालिग है। पुलिस ने आगे बताया कि करीब दस दिन पहले कर्मचारी ने नाइट ड्यूटी के दौरान कुछ गलती कर दी थी जिसके बाद उसे नौकरी से निकाल दिया गया था। यूनिट के मालिक ने नौकरी से निकालने के बाद उसे उसके सभी पेमेंट कर दिए थे।
आरोपियों के खिलाफ कड़ कार्रवाई की मांग
रिपोर्ट के अनुसार, भाजपा विधायक कुमार कनानी ने मांग की है कि नौकरी की तलाश में सूरत में प्रवेश करने वाले हिस्ट्रीशीटरों पर पुलिस नजर रखे। दक्षिणी गुजरात चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष दिनेश नवाडिया ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की और उद्योगपतियों की अधिक सुरक्षा के लिए अधिकारियों के साथ इस मुद्दे को उठाने का वादा किया है।