दुमका. मंगलवार को झारखंड के दुमका से एक 35 वर्षीय महिला के साथ गैंगरेप की घनौनी घटना सामने आई है। महिला के साथ इस घिनौनी वारदात को 17 लोगों ने अंजाम दिया। राजद के नेता शिवानंद तिवारी ने इस मसले पर मीडिया से बातचीत में कहा, "इस तरह की घटनाएं पिछले कुछ वर्षों में बढ़ी हैं। उसका एक बड़ा कारण है। वो आदिवासी इलाका है, वहां कोई ऐसी कल्पना भी नहीं कर सकता था कि ऐसी घटना होगी। बलात्कार आदिवासी संस्कृत में कभी रहा ही नहीं, जब से आधुनिक समाज बनाने के नाम पर उपभोगतावादी संस्कृति का चलन शुरू हुआ, उसने औऱतों को उपभोग की वस्तु बना कर पेश किया।"
उन्होंने आगे कहा, "सिनेमा में आइटम डांस हो, विज्ञापन हो या मोबाइल फोन में पोर्न वाली तस्वीर हो ये सब मिलकर के बलात्कार की मानसिकता को तैयार करते हैं। ये आदिवासी इलाके में होना मतलब ये समाज के अंतिम हिस्से में चला गया। देश में कई इलाके ऐसे हैं जहां इस तरह की घटना हो रही है। जबतक इन सब चीजों पर जो बलात्कार की मानसिकता को तैयार करता हैं, उसको आप रखकर कैसे कर सकते हैं। दिल्ली में निर्भया वाला केस हुआ, उसपर कमिश्न बना, उसके बाद कानून को और सख्त किया। उस समय भी हमने कहा था कि सजा बढ़ा देने से ये सब रुकेगा तो आप गलतफहमी में हैं। जब तक वो परस्थियां रहेंगी तब तक आप ब्लात्कार को रोक नहीं सकते हैं, आज भई मेरा कहना वही है।"
भाजपा ने हेमंत सोरेन सरकार को ठहराया जिम्मेदार
भारतीय जनता पार्टी नने झारखंड में हुई इस घटना के लिए झारखंड की हेमंत सोरेने सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। राज्य की डिप्टी सीएम रेणु देवी ने कहा कि ये झारखंड सरकार की गलती से हुआ है। कानून बनाए गए हैं और उन्हें सख्ती से लागू किया जाना चाहिए। दोषियों की निंदा की जानी चाहिए और पीडि़त को न्याय दिया जाना चाहिए।