लक्षद्वीप: भारतीय तटरक्षक बल (Indian Coast Guard) ने लक्षद्वीप सागर (Lakshadweep sea) में समुद्री मार्ग से लाए जा रहे ड्रग्स के एक बड़े शिपमेंट पकड़ लिया। हालांकि, तटरक्षक बल को देखकर आरोपियों ने पूरी ड्रग्स समुद्र में फेंक दी। आरोपियों के पास पांच बैगों में करीब 260 किलोग्राम ड्रग्स थी, जिसकी कीमत करीब 2100 करोड़ रुपये मानी जा रही है।
गश्त के दौरान भारतीय तटरक्षक जहाजों और विमानों ने श्रीलंकाई मछली पकड़ने वाली तीन नौकाओं की संदिग्ध हरकतों को नोटिस किया और उन्हें रोक लिया। लेकिन, इससे पहले ही आरोपियों ने क्षेत्र में भारतीय तटरक्षक जहाजों और विमानों की उपस्थिति को भांप लिया था। पकड़े जाने के डर से उन्होंने वहां से भागने का फैसला लिया।
लेकिन, भारतीय तटरक्षक जहाजों और विमानों की मौजूदी से वह जल्द ही समझ गए कि भागना संभव नहीं है। ऐसे में उन्होंने लगभग 260 किलोग्राम नशीले पदार्थों से भरे पांच बैगों को पानी में गिरा दिया। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इन नशीले पदार्थों का कीमत लगभग 2100 करोड़ रुपये थी, जिन्हें आरोपियों ने पानी में फेंक दिया।
एक आधिकारिक बयान में बताया गया कि 2,100 रुपये मूल्य का मादक पदार्थ पकड़ा गया है। बयान के अनुसार, महीने की शुरुआत में भारतीय तटरक्षक ने लक्षद्वीप के आसपास गश्त के दौरान तीन श्रीलंकाई नौकाओं के संदिग्ध आवागमन को देखा। प्रारंभिक जांच में पता चला कि तीन में से एक नौका ‘आकर्ष दुवा’ एक पखवाड़े से अधिक समय से समुद्र में है।
बयान में कहा गया, “नौका के बारे में प्राप्त अपुष्ट सूचना और नौवहन दल के असामान्य व्यवहार के कारण उन पर शक हुआ। उन्होंने तटरक्षक के पोत और विमान को देखकर पकड़े जाने के डर से भागने का प्रयास किया और इसमें सफल न होने पर उन्होंने लगभग 260 किलोग्राम मादक पदार्थ पानी में फेंक दिया। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत लगभग 2,100 करोड़ रुपये है।”
बयान के अनुसार, तीनों नौकाओं को पूछताछ के लिए रविवार को तिरुवनंतपुरम के पास विझिंजम लाया गया। इसके बाद आकर्ष दुवा और उसके नौवहन दल को हिरासत में रखा गया है जबकि दो अन्य नौकाओं और उनके नौवहन दल को श्रीलंकाई अधिकारियों को सौंप दिया गया।