गाजियाबाद: गाजियाबाद पुलिस ने कोरोना के इलाज में इस्तेमाल होने वाले रेमडेसिविर और टोसिलिजुमैब इंजेक्शन की कालाबाजारी कर रहे एक डॉक्टर को उसके दो साथियों के साथ गिरफ्तार किया है। आरोपी डॉक्टर का नाम मोहम्मद अल्तमश है, जो एमबीबीएस, डीएम न्यूरोलॉजी है। वह हयात हेल्थ इंश्योरेंस कॉरपोरेट सेक्टर का नेशनल सीईओ है।
दिल्ली के रहने वाले मोहम्मद अल्तमश को दो अन्य साथी जाजिम और कुमैल सहित ग़ाज़ियाबाद में COVID-19 दवाईयों की कालाबाज़ारी करते हुए गिरफ्तार किया गया है। अभियुक्तों के पास से 70 रेमडेसिविर, 2 टोसिलिजुमैब (ब्रांडनेम एक्टामेरा ), 36 लाख कैश, एक स्कोडा कार और दो मोटरसाइकिल बरामद हुई हैं।
आरोपी अल्तमश द्वारा बताया गया कि उसके द्वारा केजीएमयू लखनऊ से एमबीबीएस किया गया है। विवेकानंद लखनऊ से न्यूरोलॉजी में डीएनबी/डीएम किया है। एम्स नई दिल्ली से फेलोशिप के बाद एम्स में विजिटिंग फिजीशियन भी था। वर्तमान में यह हयात हेल्थ इंश्योरेंस कॉरपोरेट सेक्टर का नेशनल सीईओ है।
चिकित्सक होने के नाते इसके मेडिकल सेक्टर में कई सम्पर्क थे, जिनके जरिये ये दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जनपदों में रेमडेसिविर 20 से 40 हजार तथा एक्टामेरा इन्जेक्शन डेढ़ से 2 लाख में बेच रहा था। जो कैश इसके पास से मिला है वो इसी कालाबाज़ारी से प्राप्त धन है।