नई दिल्ली: पुलिस ने दिल्ली से अगवा करने के बाद यौन उत्पीड़न कर एक व्यक्ति को 50,000 रुपये में बेच दी गई 16 वर्षीय एक किशोरी को मध्य प्रदेश के भिंड जिले से मुक्त करा लिया है। दिल्ली पुलिस ने शनिवार को इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पूरे मामले के बारे में बताते हुए पुलिस ने कहा कि किशोरी को खरीदने वाले व्यक्ति ने उससे जबरन विवाह भी किया था। किशोरी 29 मई को अपनी सहेली के यहां जाने की बात कहकर घर से निकली थी।
घरवालों ने दर्ज कराया था अपहरण का मामला
पुलिस ने बताया कि आरोपी राजीव गर्ग ने सोशल मीडिया पर फर्जी आईडी बनाकर किशोरी से दोस्ती की और उत्तर-पश्चिम दिल्ली में मिलने के लिए उसे इमोशनल तौर पर ब्लैकमेल करने लगा। किशोरी जब राजीव से मिलने पहुंचे तो उसे उसने अगवा कर लिया और भिंड ले गया। पुलिस ने कहा कि 29 मई को लड़की ने अपने माता-पिता को बताया था कि वह अपनी एक सहेली के घर जा रही है, लेकिन जब वह वापस नहीं आई तो घरवालों ने उसकी तलाश शुरू की। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि किशोरी का पता नहीं चलने पर घरवालों ने अगले दिन रणहौला पुलिस थाने में अपहरण का मामला दर्ज कराया।
50 हजार रुपये में हुआ था नाबालिग का सौदा
अधिकारी ने बताया कि पीड़िता के फोन कॉल के ब्योरे की जांच के बाद पुलिस ने एक मोबाइल नंबर चिन्हित किया, जिसके नेटवर्क की मौजूदगी यूपी के इटावा और एमपी के भिंड में दिख रही थी। पुलिस उपायुक्त (अपराध) मोनिका भारद्वाज ने कहा, ‘मोबाइल नंबर के ठिकाने की निगरानी करते हुए पुलिस ने गर्ग को भिंड से गिरफ्तार कर लिया।’ पुलिस के मुताबिक पीड़िता ने बताया कि गर्ग ने उसे राम मोहन नाम के एक व्यक्ति को 50,000 रुपये में बेच दिया था जो भिंड का रहनेवाला है और जबरन उससे उसकी शादी करा दी गई। गर्ग दहेज के एक मामले में 7 महीने तक ग्वालियर जेल में कैद था। मोहन, गर्ग का किराएदार था और अभी फरार है। पीड़िता और गर्ग को पुलिस दिल्ली ले आई है।