नई दिल्ली. दिल्ली पुलिस ने तब्लीगी जमात के खिलाफ अबतक 59 चार्जशीट दायर की हैं। दिल्ली पुलिस द्वारा ये चार्जशीट 36 देशों के जमातियों के खिलाफ दर्ज की गई हैं। ये जमाती वीजा नियमों का उल्लंघन कर मरकज के कार्यक्रम में शामिल हुए थे। दिल्ली पुलिस द्वारा दायर की गईं 708 चार्जशीट्स में 116 चश्मदीद हैं।
तब्लीगी जमात के जमावड़े को देश के विभिन्न हिस्सों में कोरोनोवायरस संक्रमण के प्रसार से जोड़ा गया था। भारत के विभिन्न हिस्सों से जमात के सदस्य इसमें भाग लेने के लिए दिल्ली आए और फिर विभन्न राज्यों में गए। इस कार्यक्रम में जमातियों ने भाग लिया था जो विदेश से आए थे और उनमें से कुछ कोरोनोवायरस से संक्रमित थे।
इसके बाद भी जब स्पष्ट हो गया था कि जमात के कुछ सदस्यों ने कोरोनोवायरस से संक्रमित हैं, तो भी निजामुद्दीन मरकज ने अधिकारियों से सच्चाई छिपाई। यहां तक कि जब इंडोनेशिया से आया एक जमाती संक्रमित पाया गया था, तब्लीगी जमात प्रमुख मौलाना साद के सहयोगियों ने अधिकारियों को बताया कि कोई भी मरीज के संपर्क में नहीं आया था और वहां किसी में भी कोरोना के लक्षण नहीं हैं।
मोहम्मद शहजाद नाम के एक व्यक्ति ने केवल तीन लोगों के नाम दिए जो इंडोनेशियाई समूह के संपर्क में आए थे। निज़ामुद्दीन मरकज़ के आयोजकों की कोरोनोवायरस प्रकोप के दौरान इस आयोजन को लेकर अब भी आलोचना हो रही है। मलेशिया और इंडोनेशिया में इस तरह की मण्डली रद्द कर दी गई थी, लेकिन तब्लीगी जमात प्रमुख मौलाना साद ने इस घटना को नई दिल्ली में होने दिया।