नई दिल्ली/नालंदा (बिहार): बिहार के नालंदा में दिल्ली पुलिस ने एक और ऐसे गैंग का खिलासा किया है, जो कोरोना महामारी के दौरान ऑक्सीजन सिलेंडर के नाम पर ठगी करता था। दिल्ली पुलिस ने दीपक प्रसाद नाम के एक आरोपी को गिरफ्तार किया है, जो अपने गैंग के साथ मिलकर आम लोगों से ऑक्सीजन सिलेंडर देने के नाम पर पैसे ठग रहा था। इसके भाई बिहार पुलिस में हैं, भाभी रेलवे पुलिस में हैं और इसके पिता सरकारी टीचर थे। फिर भी यह ठगी करता था।
दिल्ली पुलिस को लगातार लोगों की शिकायतें मिल रही थीं कि 'सोशल मीडिया के जरिए उन्हें नम्बर मिला था जिसमें ऑक्सीजन सिलेंडर तुरंत देने की बात कही जा रही थी। दिए हुए नम्बर पर जब कॉल किया गया तो पैसों की डिमांड की गई, पैसे पेटीएम से मंगवाए गए लेकिन ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं पहुंचाया गया। यहां तक कि जिन नंम्बरों से पैसे मांगे गए थे वो भी बंद हो गया।' दिल्ली पुलिस ने जांच शुरू की और नंम्बरों तथा मुखबिरों के आधार पर बिहार के नालंदा इलाके में पहुंची।
दिल्ली पुलिस ने नालंदा से दीपक प्रसाद को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में दीपक ने बताया कि वो पहले दिल्ली में काम करता था, बाद में गांव में उसने दुकान खोल ली लेकिन जल्दी पैसे कमाने की चाहत थी। लिहाजा, साल 2018 में दीपक और उसके साथियों ने लोगों को पहले नापतौल डॉट कॉम और इंडिया बुल्स के नाम पर लोन दिलाने के नाम पर ठगना शुरू किया था।
लेकिन, कोरोना कॉल के दौरान ऑक्सीजन की किल्लत को इस गैंग ने अवसर के तौर पर लिया और लोगों से पैसे ठगने लगे। गैंग ने बाकायदा मैसेज बनाकर उसमें अपना नम्बर दिया और देखते ही देखते मैसेज सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। जरूरत मंद लोग कॉल करने लगे और ये गैंग उनसे पैसे ठगने लगा। जांच में पता चला कि आरोपी दीपक और उसके साथी 7 बैंक अकाउंट का इस्तेमाल कर रहे थे।
गैंग ने देशभर में 300 लोगों से 2 से 3 महीने में 50 लाख से ज्यादा रुपयों की ठगी की। यह गैंग पुलिस को गुमराह करने के लिए दूसरों के नाम पर दिल्ली, मुंबई जैसे शहरों में अकाउंट खुलवाता था। अकाउंट में गैंग के लोग अपना ही नंम्बर रजिस्टर करते थे। पैसे दिल्ली और मुंबई के नाम तथा पते पर खुलवाए गए अकाउंट में आते थे और प्लान के तहत बिहार में पैसे निकाले जाते थे। आरोपी दीपक के पास से 13 सीम कार्ड और 13 मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं।