दिल्ली पुलिस की नार्थ डिस्ट्रिक्ट के स्पेशल स्टाफ ने एक बड़े ड्रग्स रैकेट का पर्दाफाश किया है। ये तस्कर एम्बुलेंस से ड्रग्स की तस्करी करते थे। पुलिस ने गैंग के 4 तस्करों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक इन तस्करों के पास से 180 किलो गांजा बरामद किया गया है। जिसकी इंटरनेशनल बाजार में कीमत करीब 1 करोड़ 80 लाख रुपए बताई जा रही है।
पुलिस ने इस गैंग द्वारा अपनाए जा रहे हथकंडे के बारे में बताया कि पुलिस को शक न हो इसके लिए ड्रग तस्करों में से एक मरीज बन कर एम्बुलेंस में लेटा रहता था ताकि हाईवे पर पड़ने वाले टोल और पुलिस चेकिंग से बचा जा सके।
पुलिस के मुताबिक इस गैंग के लीडर का नाम शोलाई राज उर्फ अन्ना है जोकि विशाखापटनम जाकर पहले तो गांजे को इक्कठा करता था और फिर अपने दो साथियों की मदद से एम्बुलेंस के जरिए गांजे को सड़क के रास्ते दिल्ली पहुँचा देता था। फिर दिल्ली में इनका चौथा साथी गांजे को आगे सप्लाई कर दिया करता था। पुलिस के मुताबिक गैंग का सरगना शोलाई राज अन्ना विशाखापटनम में एम्बुलेंस से गांजा भेजने के बाद खुद फ्लाइट से दिल्ली आ जाया करता था।
पुलिस के मुताबिक उन्हें एक शिकायत मिली, जिसके आधार पर पुलिस की टीम 9 तारीख को गुलाबी बाग इलाके में राजीव नाम के बदमाश को गिरफ्तार करने के लिए पहुँची थी। जहाँ राजीव की फैमिली ने पुलिस के साथ काफी हंगामा किया लेकिन पुलिस की कड़ी मशक्कत के चलते राजीव को गिरफ्तार कर लिया गया।
इसी दौरान पुलिस की टीम ने राजीव के घर के आसपास के कुछ घरों में रेड डाली जहाँ से पुलिस ने सरिता नाम की महिला को गिरफ्तार किया। जिसके पास से काफी मात्रा में गांजा बरामद किया गया। सरिता से पूछताछ की गई जिसके बाद तस्करी को लेकर कई अहम खुलासे सामने आए।
पुलिस ने इस मामले जांच शुरू तो पता चला कि ये गांजा दिल्ली के मोरी गेट से मिलता है और जब पुलिस मोरी गेट पहुँची तो पता चला कि इस गांजे की सप्लाई विशाखापटनम से होती है। पुलिस ने जानकारी को डेवलप करते हुए एक गुप्त सूचना के आधार पर मोरी गेट इलाके से 4 तस्करों को गिरफ्तार कर लिया।
बहरहाल पुलिस अब इन लोगों से पूछताछ कर ये जाने की कोशिश कर रही है कि अबतक ये लोग इस तरह से कितनी बार गांजे की सप्लाई कर चुके है और इनको एम्बुलेंस कैसे मुहैया हो जाया करती थी।