कुछ वर्षों पहले देश की राजधानी दिल्ली में निर्भया हत्याकांड के बाद पूरा देश कांप गया था। दिल्ली ही नहीं बल्कि पूरे देशभर में इस बलात्कार और हत्याकांड के विरोध प्रदर्शन हुए थे। लोगों ने कैंडल मार्च निकाले थे। जिसके बाद सरकार ने कई बदलाव किये। कानून में परिवर्तन किया गए। जिसके बाद उम्मीद की गई कि शायद अब महिलाओं के खिलाफ अपराधों में कमी आएगी। लेकिन ऐसा हुआ नहीं।
आज भी दिल्ली समेत देशभर में महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ अपराध बढ़ते जा रहे हैं। दिल्ली के एक सरकारी स्कूल में तैनात एक चपरासी ने एक नाबालिग किशोरी से बलात्कार करने का मामला सामने आया है। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी चपरासी को गिरफ्तार किया है।
अस्पताल के एक कमरे में किया गया बलात्कार
दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के अनुसार, जीटीबी एन्क्लेव थाने को बृहस्पतिवार को सूचना मिली कि उत्तरी-पूर्वी दिल्ली मे स्थित राजीव गांधी सुपर स्पेशियालिटी अस्पताल के कमरे में पड़ोसी ने एक नाबालिग किशोरी के साथ बलात्कार किया है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पीड़िता ने बयान में कहा कि वह और आरोपी मित्र हैं और किशोरी उससे मिलने अस्पताल गयी थी। उन्होंने बताया कि आरोपी युवक किशोरी को अपने साथ एक कमरे में ले गया, जहां कथित रूप से बलात्कार किया। पुलिस ने बताया कि लड़की की मेडिकल जांच के बाद संबंधित कानून के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।
दिल्ली में बच्ची के साथ और बुजुर्ग महिला के साथ भी रेप हुआ - स्वाति मालीवाल
दिल्ली महिला आयोग (DCW) की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने राजधानी दिल्ली में होने वाली रेप की घटनाओं को लेकर कहा कि, "मेरे लिए यह दुखद है कि दिल्ली को रेप कैपिटल के नाम से भी जाना जाता है।" उन्होंने कहा कि, यहां 8 महीने की बच्ची के साथ और 90 साल की महिला के साथ भी रेप हुआ है। उन्होंने कहा कि ये वाकई शर्मनाक है कि इतनी मेहनत और विरोध के बावजूद हम आज भी उसी जगह पर हैं। वह कहती हैं कि मुझे लगता है, दिल्ली के लिए इस टैग पर पुलिस बहुत ज्यादा जिम्मेदार है।