Highlights
- राजधानी में जिंदा हुए पिशाच
- 'मानव बलि' के नाम पर ले ली मासूम की जान
- पुलिस ने दो लोगों को किया गिरफ्तार
दक्षिणी दिल्ली के लोधी कालोनी में दो लोगों ने कथित तौर पर ‘मानव बलि’ के नाम पर 6 वर्षीय एक बच्चे की गला रेतकर हत्या कर दी और उसके माथे पर भी हमला किया। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनकी पहचान विजय कुमार और अमर कुमार के रूप में हुई है। ये दोनों आरोपी मूल रूप से बिहार के निवासी हैं। उन्होंने बताया कि वारदात को अंजाम देने के समय आरोपी नशे में थे।
क्या था पूरा मामला
पुलिस ने बताया कि आरोपी और मृत बच्चे के माता-पिता मजदूर के रूप में काम करते हैं। उन्होंने कहा कि विजय और अमर ने अपराध स्वीकार करते हुए पुलिस को बताया है कि उन्होंने रातों रात अमीर बनने के लिए बच्चे की हत्या कर दी। पुलिस ने कहा कि ये सभी एक ही झुग्गी में रह रहे थे। डिप्टी कमिश्नर (दक्षिणी दिल्ली) चंदन चौधरी ने इस मामले में कहा कि शनिवार रात करीब साढ़े दस बजे जब बच्चा अपने शेड में जा रहा था तो आरोपियों ने उसे खाना बनाने वाले स्थान पर बुलाया और पहले उसके सिर पर वार किया और फिर गला रेतकर हत्या कर दी। पुलिस ने कहा कि लड़के के पिता के बयान के आधार पर भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) और 34 (सामान्य इरादा) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
दिल्ली में बढ़ रहा है अपराध
बीते दिनों उत्तर पश्चिम दिल्ली के आदर्श नगर इलाके में एक 17 साल के छात्र को उसके क्लासमेंट ने चाकू घोंपकर मौत के घाट उतार दिया। दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि नाबालिग ने कत्ल करने के लिए चाकू ऑनलाइन खरीदा था। पुलिस ने बताया कि गुरुवार को आदर्शनगर में हुई वारदात को लेकर पुलिस कंट्रोल रूम (पीसीआर) में फोन पर सूचना मिली थी। पुलिस ने बताया कि इस मामले में केस दर्ज कर लिया गया है और सीसीटीवी फुटेज भी खंगाली जा रही है।
स्कूल में कुछ छात्रों के साथ हुआ था विवाद
पुलिस उपायुक्त (उत्तर पश्चिम) उषा रंगनानी ने कहा कि घायल छात्र की पहचान बुराड़ी के रहने वाले दीपांशु के रूप में हुई है। उसके क्लासमेट ने उसे कई बार चाकू मारा था। अधिकारी ने बताया कि छात्र को अस्पताल ले जाया गया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने जब जांच की तो यह खुलासा हुआ कि दीपांशु का उसके स्कूल में कुछ छात्रों के साथ विवाद हुआ था। उन्होंने बताया कि सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद जिनमें से कुछ बाहरी थे, को आजादपुर के लाल बाग में पकड़ा गया।