नई दिल्ली. दिल्ली पुलिस ने अमन विहार के एक 28 साल के युवक के अपहरण के मामले का भंडाफोड़ किया है। राजधानी के अमन विहार से गायब 28 साल के युवक शुभम गर्ग ने खुद ही अपहरण का ड्रामा रचा था। वो अपने परिवार को बिना बताए दिल्ली से ऋषिकेश भाग गया और फिर किडनैपिंग का ड्रामा किया लेकिन गुरुवार को दिल्ली पुलिस द्वारा पकड़ लिया गया।
पुलिस ने बताया कि शुभम 25 लाख रुपये के कर्ज में था और उसने अपने माता-पिता और रिश्तेदारों से पैसे लेने के लिए नाटक किया था। जालसाजी में उसकी मदद करने वाली एक महिला को भी गिरफ्तार किया गया है। जिस महिला को गिरफ्तार किया गया है, उसका नाम अनिता है और वो शुभम के एक साथ सहकर्मी की पत्नी है।
दरअसल 29 जून को शुभम के पिता सुनील गर्ग ने उसकी गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी। प्रारंभिक जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि शुभम को आखिरी बार रोहिणी सेक्टर 22 में एक होटल में देखा गया था। आगे की जांच में पता चला कि एक महिला अनीता ने 21 जून को अपने माता-पिता से संपर्क किया था, जिसमें कहा गया था कि शुभम कर्ज में है और उसे तुरंत 25 लाख रुपये चाहिए।
दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उसने उन्हें पांच अलग-अलग अकाउंट नंबर भी दिए, जिसमें 25 लाख रुपये जमा करने थे। अनीता की तलाश में कई जगहों पर छापेमारी की गई और आखिरकार उसे आगरा से हिरासत में ले लिया गया। पूछताछ के दौरान उसने खुलासा किया कि शुभम उत्तराखंड के ऋषिकेश में है और वह लगातार फोन के जरिए उसके संपर्क में है।
इसके बाद दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने एक पुलिस दल को ऋषिकेश भेजा। इस टीम ने शुभम को एक होटल में खोज निकाला। पुलिस ने बताया कि पूछताछ के दौरान शुभम ने कहा कि वह अनीता के साथ relationship में है, जो उसी कंपनी में काम करने वाले उसकी सहयोगी की पत्नी है। दोनों रुपयों के मिलने के बाद विदेश में सैटल होने का प्लान बनाए हुए थे।
शुभम ने पुलिस को बताया कि उसने ब्याज पर पैसा लिया और इसे मनोरंजन और आनंद के लिए खर्च किया। वह उधार की गई राशि का भुगतान नहीं कर सका और पिछले बकाया का भुगतान करने के लिए ब्याज पर एक और ऋण लिया, लेकिन वह ऐसा नहीं कर सका। जिसके बाद लोन की कुल राशि बढ़कर 25 लाख रुपये हो गई, जो उसकी क्षमता से बाहर थी। इसके बाद ही उसने अनीता के साथ मिलकर किडनैपिंग का ड्रामा रच कर अपने पिता से रुपये ऐंठने का प्लान बनाया।