नई दिल्ली: कोरोना जैसी महामारी में भी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में जिस्मफरोशी का गोरख धंधा धड़ल्ले से चल रहा है। ऐसा ही एक सेक्स रैकेट का दिल्ली महिला आयोग ने पुलिस की मदद से भंडाफोड़ किया है। यह रैकेट रोहिणी सेक्टर-6 इलाके के एक घर से चलाया जा रहा था। एक पीड़िता का यहीं से महिला आयोग के पास फोन आया जिसके बाद आयोग ने यह कार्रवाई की।
दिल्ली महिला आयोग ने एक 20 साल की लड़की को बचाया है। लड़की ने आयोग के हेल्पलाइन 181 पर डायल कर मदद की मांग की थी। इसके बाद महिला आयोग की टीम कार्रवाई करने की कोशिश में जुट गई। लड़की ने उन्हें बताया था कि उसके किसी परिचित ने ही नौकरी का लालच देकर उसे फुसलाकर वेश्यावृत्ति में धकेल दिया।
उसने उससे कहा था कि वह एक 'शॉटकर्ट' का इस्तेमाल कर आसानी से पैसा कमाने में उसकी मदद कर सकता है। इसके बाद वह उसे अपने साथ 25 अगस्त को रोहिणी के सेक्टर-6 में स्थित एक घर में लेकर आया। यहां पहुंचने के बाद लड़की को इस बात का एहसास हुआ कि उसे वेश्यावृत्ति के पेशे में धकेला जा रहा है।
रोहिणी के इस घर में आने के बाद उसे हर रोज यहां आने वाले कुछ ग्राहकों के साथ उठने-बैठने को कहा गया। उसे यह भी बताया गया कि हर ग्राहक के हिसाब से उसे 1,000 रुपये मिलेंगे। जब लड़की इस काम के लिए राजी नहीं हुई तो उसे धमकाया गया, पीटा गया और घर के अंदर बंद कर दिया गया।
महिला आयोग की टीम पुलिस के साथ लड़की के दिए गए पते पर पहुंची और पाया कि मुख्य अपराधी जितेश के अलावा घर के अंदर तीन और लड़कियां भी हैं और साथ में कुछ आदमी भी हैं। जितेश इस दौरान मौके से भागने में भले ही कामयाब रहा, लेकिन उसका साथी पकड़ा गया।
लड़की को बचाने के साथ मौके पर मौजूद अन्य सभी लोगों को पुलिस स्टेशन ले जाया गया। मामले पर एक प्राथमिकी दर्ज की गई है और तीन आरोपी भी गिरफ्तार किए गए हैं। पुलिस जितेश को पकड़ने की कोशिश में जुटी है। पीड़िता का बयान लेने के बाद उसे मेडिकल परीक्षण के लिए ले जाया गया।