Highlights
- अजनबी महिला के साथ ‘इंस्टेंट मैसेजिंग’करने से बचें: पुलिस
- ज्यादातर पुरुष हो रहे साइबर अपराधियों का शिकार
- कई युवक परेशान होकर कर चुके हैं आत्महत्या
Cyber Criminal Terror: साइबर अपराधी अपने फायदे के लिए लगातार सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहे हैं। केवल पुणे में ही इस साल ब्लैकमेलिंग के 1400 से अधिक मामले सामने आए हैं। इन बढ़ते मामलों के मद्देनजर साइबर पुलिस लोगों को किसी भी अजनबी महिला के साथ ‘इंस्टेंट मैसेजिंग’ मंच पर बात करने को लेकर आगाह कर रही है। पुणे में साइबर पुलिस थाने की निरीक्षक मीनल पाटिल ने कहा, ‘‘पुणे में जनवरी 2022 से ऐसे कुल 1,445 मामले सामने आए हैं। इन मामलों में पीड़ितों ने साइबर अपराधियों के खिलाफ शिकायत की। कुछ मामले दर्ज कर लिए गए हैं और जांच की जा रही है।’’ इन सभी मामलों में इन साइबर अपराधियों का शिकार बने लोग पुरुष थे और कुछ बुजुर्ग पुरुष भी इनके झांसे में आए। वहीं बढ़ती ऑनलाइन धोखाधड़ी जैसे ऋण ऐप के जरिए धोखाधड़ी के मामलों से निपटने के लिए पुणे पुलिस ने शहर के हर थाने में एक अलग साइबर प्रकोष्ठ गठित किया है।
यहां कर सकते हैं शिकायत
पुणे पुलिस आयुक्त अमिताभ गुप्ता ने कहा, ‘‘साइबर प्रकोष्ठ थानों का बोझ कम करने के लिए हमने शहर के सभी 32 थानों में एक अलग साइबर प्रकोष्ठ की स्थापना की है। लोग इन थानों में पहुंच कर धोखाधड़ी की शिकायत कर सकते हैं।’’बता दें, पुणे के दत्तावाड़ी के 19 वर्षीय एक छात्र को कुछ ऑनलाइन जालसाजों ने ‘ब्लैकमेल’ कर उसकी नग्न तस्वीरों को सार्वजनिक करने की धमकी दी। उसने जालसाजों की बातों में आकर उन्हें 4,500 रुपये भी दे दिए, लेकिन वह यह दबाव ज्यादा समय तक झेल नहीं पाया और 28 सितंबर को उसने आत्महत्या कर ली।
अपराधियों की धमकी से डरे युवक
इसी तरह शहर के धनकवाड़ी इलाके के 22 वर्षीय एक छात्र ने भी हाल में साइबर अपराधियों द्वारा परेशान और ‘ब्लैकमेल’ किए जाने के बाद आत्महत्या कर ली थी। अपराधियों ने उसे धमकी दी थी कि अगर उसने उनकी बात नहीं मानी तो वे उसकी नग्न वीडियो को सोशल मीडिया पर साझा कर देंगे। पुलिस ने बताया कि ये (निजी तस्वीर तथा वीडियो के जरिए ब्लैकमेल करना एवं उगाही करना) के मामलों कुछ उदाहरण हैं।