साउथ दिल्ली पुलिस ने साइबर ठगों के एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है। जानकारी के मुताबिक पुलिस ने मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें भारतीय और नाइजीरियान नागरिक शामिल हैं। ये गिरोह इंटरनेशनल व्हाट्सएप कॉल के जरिए लोगों से ठगी करते थे। प्राप्त जानकारी के गिरफ्तार लोगों की पहचान स्मिथ हेनरी उर्फ गेब्रियल उडोम एटुक, विजडम ओकाफोर, सचिन राय और जिग्मी लामा के रूप में हुई है। गिरोह लोगों को गिफ्ट भेजने के बहाने फेक फेसबुक प्रोफाइल बनाकर और इंटरनेशनल व्हाट्सएप नंबर पर कॉल कर ठगी करता थे।
भरोसी जीतने के लिए डिलीवरी रसीद भी भेजी
एक सीनिर पुलिस अधिकारी ने कहा कि उन्हें इस संबंध में एक 62 साल की महिला से शिकायत मिली कि एक अज्ञात शख्स ने उन्हें फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी। बाद में उस व्यक्ति ने चैटिंग के लिए एक इंटरनेशनल व्हाट्सएप नंबर शेयर किया। फिर कुछ दिनों के बाद उसी व्यक्ति ने उसे कीमती गिफ्ट जैसे एक आईफोन, गोल्ड प्लेटेड घड़ी आदि ऑफर की।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि महिला का भरोसा जीतने के लिए उस व्यक्ति ने पैकेजिंग और पार्सल डिलीवरी की रसीद का एक वीडियो भी भेजा। कुछ दिनों के बाद शिकायतकर्ता को एक कॉल आया, जिसमें फोन करने वाले ने कहा कि वह उत्पाद शुल्क विभाग से है और सामान को छुड़ाने के लिए आपको ड्यूटी शुल्क देना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि इस बहाने पीड़िता से कुल 27 लाख रुपये ठगे गए।
पुलिस ने फेसबुक और व्हाट्सएप से जुटाई डिटेल
पुलिस ने महिला की शिकायत मिलने के बाद FIR दर्ज कर मामले की जांच के लिए आला अधिकारियों की एक टीम गठित की। जिसके बाद जांच में सामने आया है कि ठगे गए पैसे को अलग-अलग शहरों में अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर किया गया। टीम ने आरोपी शख्स की फेसबुक और व्हाट्सएप से डिटेल जुटानी शुरू की। जिन बैंक खातों में पैसा जमा किया गया था, उनकी डिटेल का संक्षिप्त विश्लेषण किया गया था।
आरोपी बैंक खातों को नाइजीरियाई नागरिकों को बेचता था
बाद में टेक्निकल सर्विलांस और मैनुअल जानकारी की मदद से आरोपी सचिन राय को पुलिस ने धर दबोचा। आरोपी सचिन ने खुलासा किया कि वह एक्टिव चालू बैंक खातों को नाइजीरियाई नागरिकों को बेचता था। सचिन से पूछताछ के बाद टीम जीटीबी एन्क्लेव इलाके में पहुंची और एक नाइजीरियन सहित तीन और लोगों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने कहा कि सचिन और उनके साथियों ने कई बैंकों में बहुत सारे बैंक अकाउंट्स खोले हैं।