चंपारण: चंपारण में एक सात साल के बच्चे को किडनैप किया गया था, जिसके बाद पीड़ित परिवार को फिरौती का कॉल आया था। फिरौती का कॉल मुंबई से किया गया था। पीड़ित परिवार ने मामले की शिकायत चंपारण पुलिस से की थी, जिसके बाद एक्टिव हुई पुलिस ने जांच की और बच्चे को अपहरणकर्ताओं के कब्जे से आजाद करा लिया। बच्चे को कुशीनगर में रखा गया था। पुलिस ने उसे कुशीनगर से ही बरामद किया है।
दरअसल, 14 अक्टूबर को चंपारण में धनहा पुलिस स्टेशन की हद से 7 साल के एक नाबालिग लड़के को किडनैप किया गया था। किडनैपिंग के बाद मुम्बई के कांदीवली इलाके से पीड़ित के पिता को 20 लाख की फिरौती के लिए कॉल आया था, जिसकी जानकारी उन्होंने धनहा पुलिस को दी और वहां से मुम्बई की कांदीवली पुलिस को सूचना दी गई। कॉल ट्रेस करते हुए पुलिस ने एक आरोपी रियासुद्दीन को गिरफ्तार किया लेकिन किडनैप हुआ बच्चा उसके पास नहीं था।
ऐसे में पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो उसने सिर्फ खुद फिरौती के लिए कॉल करने की बात कबूल की और बताया कि पीड़ित बच्चे के ही एक रिश्तेदार अलाउद्दीन अंसारी ने उसकी किडनैपिंग की है और उसे कुशीनगर जिले के बेलवा के जंगल में छिपाकर रखा गया है। यह जानकारी मुंबई पुलिस की ओर से धनहा पुलिस को दी गई और ज्वाइंट ऑपरेशन में आरोपी अलाउद्दीन को गिरफ्तार कर 7 साल के मासूम को कांदीवली पुलिस ने सही सलामत छुड़ा लिया।