नई दिल्ली: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने दिल्ली पुलिस के अतिरिक्त डीसीपी के खिलाफ शिकायत पर एक केस दर्ज किया है, जिसमें अतिरिक्त डीसीपी पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने DANIPS (दिल्ली, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह पुलिस सेवा) में चयनित होने के लिए अपने तरह के नाम के एक अन्य व्यक्ति की साख और दस्तावेजों का इस्तेमाल किया था। पुलिस ने अतिरिक्त डीसीपी के परिसर की आज तलाशी ली गई। जिसमें कुछ दस्तावेजों को जब्त किया गया है। अब इस मामले पर पुलिस की आगे की जांच चल रही है।
साकेत अदालत के द्वार पर वकील, उसके सहयोगियों ने पुलिसकर्मियों पर हमला किया
साकेत अदालत के बाहर दिल्ली पुलिस के एक सहायक उप-निरीक्षक (एएसआई) और कांस्टेबल पर कथित तौर पर एक वकील और उसके साथियों ने हमला किया। उन्होंने बताया कि यह वारदात शुक्रवार को हुई जिसके बाद अनुज गौर और हनी को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने कहा कि साकेत अदालत के गेट संख्या दो पर कांस्टेबल और एएसआई संतरी ड्यूटी पर तैनात थे तभी उनपर गौर, हनी, विनय नागर और वकील चिन्मय सेजवाल द्वारा हमला किया गया। उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मी रात आठ बजे से सुबह आठ बजे की पाली में ड्यूटी पर थे।
उन्होंने कहा कि आरोपियों ने उनपर हमला किया और एएसआई का फोन लेकर मौके से फरार हो गए। पुलिस को अदालत के गेट पर झगड़े की सूचना शुक्रवार रात करीब नौ बजकर 20 मिनट पर मिली। पुलिस ने कहा कि रात करीब साढ़े आठ बजे एक कार ने साकेत अदालत परिसर के अंदर प्रवेश का प्रयास किया जिस पर वहां तैनात गार्ड ने उसे रोक दिया। इस पर कार चालक की गार्ड से बहस होने लगी जिसके बाद कांस्टेबल हितेश को गेट नंबर दो पर बुलाया गया। अदालत में मौजूद लोगों ने कांस्टेबल को बताया कि उन्हें एक वकील के चैंबर में वकील से मिलने जाना था।
पुलिस ने कहा कि सत्यापन के बाद कार को अदालत परिसर के अंदर जाने दिया गया। उन्होंने कहा कि कांस्टेबल ने गार्ड से कार का विवरण रजिस्टर में नोट करने को कहा। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि कुछ समय बाद कार वापस लौटी और उसमें पीछे की सीट पर एक अन्य व्यक्ति बैठा था और वह नशे की हालत में लग रहा था। गार्ड से बहस करने वाले व्यक्ति ने कांस्टेबल की तरफ इशारा कर पीछे की सीट पर बैठे व्यक्ति को बताया कि उसने उन्हें अदालत परिसर के अंदर जाने से रोका था।
अधिकारी ने बताया कि कार की पिछली सीट पर बैठ व्यक्ति गाड़ी से उतरा और उसने हितेश के चेहरे पर मुक्का मारा। हितेश ने उसे रोकने की कोशिश की लेकिन जब वह नहीं माना तो हितेश ने एएसआई कैलाश को मौके पर बुलाया। उन्होंने कहा कि कैलाश ने मामला शांत कराने की कोशिश की इस पर आक्रोशित व्यक्ति ने उसे भी धक्का देकर नीचे गिरा दिया। जिससे एएसआई का चश्मा और मोबाइल टूट गए।
आरोपी ने उसका मोबाइल लिया और मौके से फरार हो गया। पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) अतुल कुमार ठाकुर ने कहा कि पुलिसकर्मियों की शिकायत पर साकेत पुलिस थाने में आईपीसी की प्रासंगिक धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है। डीसीपी ने कहा कि इस मामले में गौर (27) और हनी को गिरफ्तार कर लिया गया है। एएसआई का फोन भी बरामद कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है।