नई दिल्ली: सिंडिकेट बैंक को 209 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाने के मामले में CBI ने सिडिकेंट बैंक के तत्कालीन AGM आदर्श मनचंदा और तत्कालीन मैनेजर महेश गुप्ता समेत कुछ CAs और अलग-अलग प्राइवेट लोगों तथा अज्ञात पब्लिक सर्वेंट्स को मिलाकर कुल 18 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। CBI ने 23 मार्च 2017 को सिडिकेंट बैंक के जयपुर स्थित रीजनल ऑफिस की शिकायत पर 6 प्राइवेट लोग, दो सिंडिकेट बैंक के AGM, दो चीफ मैनेजर, अज्ञात पब्लिक सर्वेंट और प्राइवेट लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की थी।
आरोप था कि 188 लोन सेंशन किए गए, जिन्हें सिंडिकेट बैंक की तीन ब्रांच- जयपुर की एमआई रोड ब्रांच, जयपुर की मालवीय नगर ब्रांच और उदयपुर ब्रांच द्वारा संवितरित किया गया था। ये 188 लोन एकाउंट हाउसिंग लोन, टर्म लोन,वर्ल्ड ट्रेड पार्क में व्यावसायिक संपत्ति खरीदने, ओडी लिमिट्स और फॉरेन लेटर क्रेडिट के लिए थे। आरोप है कि उदयपुर के CA ने अपने कर्मचारियों और जयपुर स्थित सिडिकेंट बैंक की MI रोड ब्रांच के साथ एक साजिश रची तथा कई क्रेडिट फैसिलिटी सेंशन करवा ली।
इस आधार पर आरोपियों ने सिडिकेंट बैंक को 209.93 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की। फर्जी, बनावटी कागजात, फर्जी बिल और सर्टिफिकेट्स के आधार पर चूना लगाया। जांच में सामने आया कि जिन कर्मचारियों के नाम पर करोड़ों का लोन दिखाया गया था।
इसी तरीके से सीए और कुछ कारोबारी बैंक के ब्रांच एजीएम और मैनेजर के साथ मिलकर वर्ल्ड ट्रेड पार्क में व्यावसायिक संपत्ति खरीदने के नाम पर लोन पास करवा, जिसमें तमाम फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया गया। सभी आरोपियों के घर और दफ्तरों पर CBI ने छापेमारी करके तमाम दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस जप्त किए है।