Highlights
- सीबीआई ने ABG शिपयार्ड और उसके निदेशकों के खिलाफ केस दर्ज किया
- 28 बैंकों के साथ 22842 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी सामने आयी
नई दिल्ली। देश का सबसे बड़ा बैंक फ्रॉड सामने आया है। एसबीआई के डीजीएम ने गुजरात, कंपनियों और डायरेक्टर्स पर 22842 करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप लगाया है। नीरव मोदी के बाद अब तक का ये सबसे बड़ा बैंक फ्रॉड सामने आया है। CBI अधिकारी ने शनिवार को बताया कि, CBI ने ABG शिपयार्ड और उसके निदेशकों के ख़िलाफ 28 बैंकों के साथ 22,842 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी करने के आरोप में एफआईआर दर्ज की है। कंपनी जहाज़ निर्माण और जहाज़ की मरम्मत में लगी हुई है। इसके शिपयार्ड गुजरात के दहेज और सूरत में स्थित हैं।
सीबीआई ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, वर्ल्ड ट्रेड सेंटर, कफे परेड, कोलाबा मुंबई ब्रांच के डीजीएम श्री बालाजी सिंह समानता की 25.8.2020 की शिकायत पर M/s ABG shipyard ltd, magdala village, off Dumas road, surat, gujrat कंपनी, ऋषि कमलेश अग्रवाल, चेयरमेन एंड मैनेजिंग डायरेक्टर, गेरेंटर संथानम मुथास्वामी, एक्सिकव्यूटीव डायरेक्टर अश्वनी कुमार, डायरेक्टर सुशील कुमार अग्रवाल, डायरेक्टर रवि विमल निवेदिता, डायरेक्टर M/S ABG international pvt ltd कंपनी और अज्ञात सरकारी लोगों के खिलाफ आपराधिक साजिश, चीटिंग, क्रिमिनल बीच ऑफ ट्रस्ट, पोस्ट का दुरप्रयोग करके consortium ऑफ बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, ई स्टेट बैंक ऑफ पटियाला (मौजूदा स्टेट बैंक ऑफ इंडिया), ई स्टेट बैंक ऑफ Travancore (मौजूदा स्टेट बैंक ऑफ इंडिया) जिसे आईसीआईसी बैंक लीड कर रहा था इन बैंकों को टोटल 22,842 करोड़ रुपए का नुकसान पहुँचाने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है।
शिकायत में मौजूद आरोप और फैक्ट्स के मुताबिक, आईपीसी 120बी, 409,420 और 13(2), 13(1) (d), ऑफ प्रिवेंशन औ करप्शन एक्ट के तहत
1- ABG shipyard ltd2- ऋषि कमलेश अग्रवाल
3- सन्तानाम मुथोस्वामी
4- अश्वनी कुमार
5- सुशील कुमार अग्रवाल
6- रवि विमल निवेतिया
7- M/S ABG international pvt ltd.
8- अज्ञात पब्लिक सर्वेंट और प्राइवेट लोगो के खिलाफ सीबीआई ने मुकदमा दर्ज किया है और सीबीआई के पीआई नई दिल्ली कमलेश चन्द्र तिवारी को जांच करने के लिए आदेश दिया गया है।
इन बैंकों के साथ देश का सबसे बड़ा बैंक घोटाला जो कि 22,842 करोड़ रुपए है सामने आया है, इससे पहले नीरव मोदी ने बैंकों के साथ 13,200 करोड़ रुपए के लगभग घोटाला किया था।