नई दिल्ली: केंद्रीय जांच ब्यूरो ने एक सब इंस्पेक्टर और हेड कांस्टेबल को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। यह दोनों दिल्ली के गाजीपुर पुलिस स्टेशन में तैनात है। आरोपी के खिलाफ 50,000 रुपए की रिश्वत मांगने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। इनपर पुलिसकर्मियों पर हथियार के लाइसेंस के लिए सत्यापन करने के एवज में शिकायतकर्ता से 50,000 रुपए की रिश्वत मांगने का आरोप है। दोनों पुलिसकर्मियों पर यह भी आरोप लगाया गया कि सब इंस्पेक्टर और हेड कांस्टेबल ने मिलकर बातचीत की और 10,000 रुपए रिश्वत में समझौता हुआ था।
छात्रावास परिसर में नाबालिग से दुष्कर्म के सभी आठ आरोपी गिरफ्तार
झांसी शहर के राजकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज छात्रावास परिसर में एक नाबालिग लड़की से कथित दुराचार, मारपीट और ब्लैकमेलिंग के मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए नामजद सहित सभी आठ आरोपी छात्रों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। प्रशासन के मुताबिक सभी आरोपित छात्रों को कॉलेज से निष्कासित किये जाने के आदेश जारी हो गये हैं। आरोपितों को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत निरूद्ध किये जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
इस संबंध में झांसी के जिलाधिकारी ए.वामसी ने बताया कि उपरोक्त घटना के आरोपित सभी आठ छात्रों को सोमवार की रात्रि गिरफ्तार कर लिया गया और चिकित्सा जांच के बाद न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। इन सभी को कॉलेज से निष्कासित करने के संबंध में आदेश जारी कर दिए गए हैं तथा रासुका के लिए भी संस्तुति की जा रही है, ताकि भविष्य में समाज के बीच ऐसा माहौल पैदा न हो सके। उन्होंने कहा कि घटना के दौरान पॉलिटेक्निक कॉलेज में एक परीक्षा चल रही थी उसके बावजूद आरोपियों का यह कृत्य हुआ। ऐसे में कठोरतम कार्यवाही जरूरी है ताकि समाज में भी सख्त संदेश दिया जा सके।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) दिनेश कुमार पी ने घटना के संदर्भ में बताया कि पॉलिटेक्निक कॉलेज में उस दौरान एक परीक्षा चल रही थी, ऐसे में सभी स्टाफ वहां व्यस्त था। वारदात जिस छात्रावास में हुई वह अलग हटकर है इसलिए लोगों का ध्यान नहीं गया। उन्होंने कहा, ''यह जांच का विषय है कि छात्रावास बंद होने के बाद भी छात्र वहां कैसे पहुंचे। इसके लिए सीओ सिटी एवं सिटी मजिस्ट्रेट की संयुक्त टीम जांच कर रही है। उपरोक्त मामले की जांच कर रहे थाना सीपरी बाजार पुलिस की मदद के लिए स्थानीय स्तर पर विशेष जांच दल (एसआइटी) का गठन किया गया है। इसके अलावा पीड़ित की चिकित्सा जांच कराने के उपरांत काउंसलिंग की भी व्यवस्था की गई है।''
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कहा, ''यह ध्यान रखा जा रहा है कि लड़की व परिजनों पर मानसिक दबाव न पड़े। इसके अलावा परिजनों एवं लड़की की सुरक्षा एवं सम्मान को देखते हुए अत्यंत गोपनीयता भी बरती जा रही है। सभी गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ जल्द से जल्द आरोप तैयार कर, इस मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाया जाएगा, ताकि आरोपियों को जल्द से जल्द सजा मिल सके।'' उल्लेखनीय है कि इस घटना को लेकर सपा एवं बसपा ने पुलिस अधीक्षक तथा जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने व मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाने की मांग की है।
एसएसपी ने मंगलवार को बताया कि मुख्य आरोपी रोहित सैनी और भरत कुशवाहा को कुछ घंटों के अंदर ही गिरफ्तार कर लिया था और उसके बाद सोमवार को बाकी छह अभियुक्तों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि पकड़े गये आरोपियों में रोहित और भरत के अलावा शैलेन्द्र पाठक, मयंक तिवारी, विपिन तिवारी, मोनू, धर्मेंद्र सेन और संजय कुशवाहा भी शामिल हैं। ये सभी राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज के छात्र हैं। सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। जांच के दौरान पाया गया कि आरोपियों ने ब्लैक मेलिंग करते हुए 3000 रुपये की वसूली भी की थी। इस घटना को लेकर बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के कुछ छात्रों ने देर शाम इलाइट चौराहे पर पहुंचकर प्रदर्शन करते हुए लड़कियों के खिलाफ होने वाले अत्याचार पर विरोध व्यक्त किया।