AIMIM के प्रमुख एवं लोकसभा सदस्य असदुद्दीन ओवैसी की कार पर गोलीबारी के मामले में गिरफ्तार दोनों आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में कई बातों का खुलासा किया है। पुलिस ने बताया कि सचिन ने 2018 में मेरठ के एक शख्स से देसी पिस्टल खरीदी थी, पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया है हथियार सचिन को बेचने के मामले में इनसे पूछताछ चल रही है। इनमें एक आलम नाम का शख्स है, कुछ और लोगों के नाम भी हथियार अरेंज करने को लेकर उन्होंने बताए हैं। अभी तक कि जांच में सिर्फ इन्हीं दोनों सचिन और शुभम का नाम सामने आया है, क्या किसी और का भी साजिश में इन्वॉल्वमेंट है इसकी ये जांच की जा रही है।
असदुद्दीन ओवैसी पर हमला करने वाले शूटर सचिन का इकबालिया बयान है, जो कहता है कि गोलियां कार की निचली तरफ से चलाई गईं क्योंकि ओवैसी ने सचिन को गोली चलाते हुए देख लिया था और उन्होंने खुद नीचे झुक गए थे। सचिन ने कबूल किया है कि वो एक बड़ा नेता बनना चाहता था और सोशल मीडिया पर ओवैसी के बयान को अक्सर देखता और सुनता था। उसका बयान धर्म की राजनीति को दर्शाता है।
आरोपी सचिन ने कहा कि मैं खुद को एक देशभक्त और देशभक्त हिंदू मानता हूं, इसलिए मैंने उनसे और उनकी पार्टी के खिलाफ दुश्मनी पैदा की। इसके लिए मैं उनके पार्टी सदस्य आरिफ के भी करीब आया जो ढोलना सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। सचिन ने पुलिस पूछताछ में बताया कि 29 तारीख को मैं शुभम से गाजियाबाद में मिला, जहां शुभम अपने दोस्त निशांत के घर ठहरे हुए थे।