Highlights
- आरोपी बर्नाड एन मराक को यूपी के हापुड़ में गिरफ्तार किया गया
- मेघालय पुलिस ने मराक के खिलाफ लुक आऊट नोटिस जारी किया था
- मराक ने आरोप लगाया कि वह सीएम की बदले की राजनीति के शिकार हैं
Meghalaya News: भारतीय जनता पार्टी (BJP) की मेघालय इकाई के उपाध्यक्ष बर्नाड एन मराक को उत्तर प्रदेश के हापुड़ से अरेस्ट किया। BJP नेता को अपने फार्म हाऊस पर कथित रूप से वेश्यालय चलाने को लेकर मंगलवार को यूपी पुलिस ने गिरफ्तार किया। मेघालय पुलिस ने शनिवार को पश्चिम गारो पर्वतीय जिले में पूर्व उग्रवादी नेता मराक के फार्म हाऊस पर छापा मारा था जहां से उसने छह नाबालिगों को मुक्त कराया था। इसके अलावा 73 लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया था। भाजपा नेता मराक तभी से फरार चल रहे थे। पश्चिम गारो पर्वतीय जिले के SP विवेकानंद सिंह ने कहा, ‘‘बर्नाड एन मराक उर्फ तूरा के रिंपू को उत्तर प्रदेश में गिरफ्तार किया गया है। उन्हें तूरा लाने के लिए एक टीम उत्तर प्रदेश भेजी जा रही है।’’
मेघालय पुलिस ने किया था लुक आऊट नोटिस जारी
सिंह ने बताया कि मेघालय पुलिस ने मराक के खिलाफ लुक आऊट नोटिस जारी किया था। इसके कुछ घंटे बाद उत्तर प्रदेश पुलिस ने उन्हें हापुड़ में गिरफ्तार कर लिया। तूरा की एक अदालत ने सोमवार को BJP नेता के खिलाफ गिरफ्तारी का गैर जमानती वारंट जारी किया था। बता दें कि उग्रवादी से नेता बने मराक ने दावा किया है कि वह बेगुनाह हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि वह सीएम की बदले की राजनीति के शिकार हैं और उन्हें अपनी जान का डर है।
इन आरोपों का खंडन करते हुए डिप्टी सीएम प्रिस्टोन टिनसोंग ने कहा कि सरकार पुलिस को कानून के मुताबिक काम करने की छूट देती है। उन्होंने कहा, ‘‘कानून कानून होता है और उस पर इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता है कि व्यक्ति किस पार्टी से है और वह सरकार का हिस्सा है या नहीं। दुखद चीजें हुई हैं और हम कानून को अपना काम करने देंगे।’’
विद्रोही संगठन ANVC (B) के अध्यक्ष रह चुके हैं मराक
पुलिस ने पहले कहा कि उसने गुप्त सूचना के आधार पर छापा मारकर नाबालिगों को मुक्त कराया, और फार्म हाऊस से शराब की बोतलें, और दर्जनों कारें जब्त कीं। मराक के विरूद्ध भादंसं तथा इम्मोरल ट्रैफिक एक्ट (रोकथाम) 1956 की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप हैं। उनके विरूद्ध मेघालय में 2000 के शुरुआती समय से 25 से अधिक आपराधिक मामले चल रहे हैं। वह अब अस्तित्व में नहीं रहे सशस्त्र विद्रोही संगठन ANVC (B) के अध्यक्ष रह चुके हैं। लेकिन बाद में वह भाजपा में शामिल हुए और उन्होंने तूरा से जनजातीय काउंसिल का चुनाव जीता।