नई दिल्ली: दक्षिण पूर्वी दिल्ली की AATS (एंटी-ऑटो थेफ्ट स्कवॉड) की टीम ने भोजपुरी फिल्मों के एक हीरो को गिरफ्तार किया है। पुलिस द्वारा दी गई जानकारी में बताया गया कि मोहम्मद शाहिद उर्फ राज सिंह उर्फ ललन नाम का यह शख्स फेक करेंसी रैकेट का मास्टरमाइंड है। पुलिस ने इन आरोपियों के पास से 50 लाख रुपये की फेक करंसी और एक स्कूटी बरामद की है। AATS के इंस्पेक्टर कैलाश बिष्ट की टीम ने मामले में मोहम्मद शाहिद उर्फ राज सिंह उर्फ ललन और दूसरे आरोपी सैयद जेन हुसैन को गिरफ्तार किया है।
अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने बिछाया था जाल
पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, आरोपी शाहिद भोजपुरी फिल्म 'इलाहाबाद से इस्लामाबाद' में काम भी कर चुका है और इसके साथ ही कई भोजपुरी गानों में एक्टिंग भी कर चुका है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस को दिल्ली के साउथ ईस्ट डिस्ट्रिक्ट में कई गाड़ियों के चोरी होने की जानकारी मिली थी। इसके बाद पुलिस की एक टीम बनाई गई जिसने जेल से जमानत पर छूटे अपराधियों का खाका तैयार किया गया और वारदातों को करने के तरीके पर नजर रखी। पुलिस टीम ने मुखबिर की सूचना पर 12 मार्च को न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी इलाके में अपराधियों को पकड़ने के लिए जाल बिछाया।
आरोपी के पास से बड़ी मात्रा में मिली फेक करंसी
इसी दौरान AATS को रात 8:25 पर एक काली रंग की स्कूटी आते दिखी। पुलिसकर्मियों ने जब स्कूटी रोककर ड्राइवर से उसके दस्तावेज मांगे तो वह बहाने बनाने लगा। बाद में जब स्कूटी के बारे में जानकारी जुटाई गई तो पता चला कि उसे जामिया नगर से चुराया गया था। आरोपी शाहिद को गिरफ्तार करके जब पूछताछ की गई तो पता चला कि उसके पास बड़ी मात्रा में (लगभग 50 लाख रुपये) फेक करंसी भी है। उसने बताया कि वह हरि नगर आश्रम में एक फिल्म स्टूडियो चला रहा था जिसका नाम साहिल सैनी फिल्म प्रोडक्शन हाउस था।
लॉकडाउन में शाहिद को हुआ था काफी नुकसान
बाद में शाहिद कुछ ऐसे लोगों के संपर्क में आया जो फर्जी नोटों का रैकेट चलाते थे। लॉकडाउन के दौरान शाहिद को काफी नुकसान हुआ और इसी दौरान वह सैयद जेन हुसैन के संपर्क में आया और बाइक्स चुरान लगा। ये दोनों शातिर बदमाश नेहरू प्लेस, लाजपत नगर और न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी जैसे इलाकों में लोगों को अपना शिकार बनाते थे। वे लोगों को एक असली नोट के बदले 3 फर्जी नोट यह कहकर देते थे कि इसे मार्केट में आसानी से चलाया जा सकता है।
टैक्सी ड्राइवर है दूसरा आरोपी जेन हुसैन
आरोपी मोहम्मद शाहिद पुत्र अब्दुल जब्बार जामिया नगर के बाटला हाउस का रहने वाला है और सिर्फ पांचवी तक पढ़ा है। हालांकि वह एक फिल्म में काम भी कर चुका है और वह खुद का एक स्टूडियो भी चलाता था। शाहिद के ऊफर पहले से ही उसके ऊपर 8 मामले दर्ज हैं जिनमें जालसाजी, स्नैचिंग और आर्म्स एक्ट भी शामिल है। उसका साथी सैयद जेन हुसैन पुत्र नदीम हुसैन जोगाबाई एक्सटेंशन जामिया नगर का निवासी है और एक टैक्सी ड्राइवर है। उसके ऊपर पहले से कोई आपराधिक मामला नहीं है।