आगरा. आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज के गाइनोकोलॉजी डिपार्टमेंट में पीजी की छात्रा डॉ. योगिता गौतम की निर्मम हत्या मामले में योगिता के साथी डॉ. विवेक तिवारी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। आगरा के एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि डॉ. विवेक तिवारी को पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ की थी और इस दौरान उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया है।
फतेहाबाद हाईवे के किनारे मिला था योगिता का शव
डॉ. योगिता गौतम का शव बुधवार सुबह फतेहाबाद हाईवे पर बमरौली कटारा क्षेत्र में मिला था। योगिता के गायब होने पर उसके भाई डॉ. मोहिंदर कुमार गौतम ने उरई में तैनात मेडिकल ऑफिसर डॉ. विवेक तिवारी पर अपहरण के केस दर्ज कराया था।
पहले गला दबाया और फिर चाकू सर पर मारा
डॉ. विवेक तिवारी ने कहा कि वो जालौन से डॉ योगिता से मिलने आया था। डॉ. योगिता से झगड़ा हुआ उसने पहले गला दबाया और फिर चाकू सर पर मारा। डॉ. विवेक ने कहा कि आगरा के सरोजनी नायडू मेडिकल कालेज से MBBS पास कर चुकी 25 साल की योगिता से उसकी 7 साल से दोस्ती थी। डॉ योगिता जब कार में बैठी तो झगड़ा हुआ ,पहले गला दबाया,जब मरी नही तो फिर चाकू से सिर पर मारा और फिर सुनसान इलाके में फेंककर लकड़ी से ढक दिया।
विवेक तिवारी मंगलवार शाम तक आगरा में ही था
डॉ. योगिता गौतम के भाई की तरफ से केस दर्ज कराने के बाद पुलिस डॉ. विवेक तिवारी की तलाश में जुट गई थी। पुलिस ने विवेक तिवारी जब सख्ती से पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस की ओर से यह बताया गया है कि उसके पास इस बात के सबूत हैं कि विवेक तिवारी मंगलवार शाम तक आगरा में ही था।
योगिता के भाई ने अपहरण की सूचना पुलिस को दी थी
योगिता के भाई नजफगढ़ दिल्ली के रहनेवाले डॉ. मोहिंदर कुमार गौतम ने योगिता के अपहरण की सूचना पुलिस को दी थी। उन्होंने बताया कि उनकी बहन योगीता मुरादाबाद के तीर्थंकर महावीर मेडिकल कॉलेज में 2019 में दाखिला लिया था। उसी दौरान उसकी मुलकात डॉ. विवेक तिवारी से हुई। डॉ. विवेक तिवारी योगिता से एक साल सीनियर था। मोहिंदर कुमार गौतम ने पुलिस को बताया था कि विवेक तिवारी योगिता से शादी करना चाहता था। वह लगातार योगिता पर शादी करने का दबाव बना रहा था पर योगिता उससे कोई वास्ता नहीं रखना चाहती थी।