बिहार के पूर्णिया जिले में एक सात वर्षीय लड़की की लापता होने की खबर मिली, फिर एक दिन बाद शुक्रवार को मक्के के खेत से उसका शव बरामद किया गया। शव देखकर लग रहा था कि उसकी निर्मम हत्या की गई और फिर उसे खेत में फेंक दिया गया। हत्या से पहले उसके साथ बलात्कार किया गया। शव मिलने की खबर मिलते ही पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। मामले में पुलिस ने कहा कि घटना जिले के रुपौली थाना क्षेत्र के एक गांव की है, जहां से बच्ची का शव मक्के की खेत से बरामद हुआ है।
बच्ची की निर्मम हत्या
स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) अमजद अली ने कहा, "प्रथम दृष्टया यह बलात्कार और हत्या का मामला प्रतीत होता है, लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही इसकी पुष्टि की जा सकती है।" मृत बच्ची के परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया है कि बच्ची का अपहरण करने के बाद पहले उसके साथ बलात्कार किया गया, उसे यातना दी गई और फिर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी गई। उसकी एक आंख भी फोड़ दी गई है। वीभत्सता की हदे लांघकर बच्ची के साथ निर्दयता की गई।
माता-पिता ने लगाया पड़ोसियों पर आरोप
बच्ची के माता पिता ने आरोप लगाया कि बच्ची की एक आंख भी क्षतिग्रस्त हो गई और उन्होंने अपने पड़ोसियों पर यह जघन्य अपराध करने का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि लड़की गुरुवार को मक्के के खेत में गई थी और वापस नहीं लौटी। परिवार के एक सदस्य ने कहा, "हमने पहले उसकी तलाश की और जब वह नहीं मिली तो हमने शुक्रवार को पुलिस से संपर्क किया और गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।"
पुलिस ने कहा कि उन्होंने परिवार के सदस्यों द्वारा दिए गए सुराग के आधार पर दो संदिग्धों को हिरासत में लिया है। “पुलिस हिरासत में लिए गए लोगों से पूछताछ कर रही है। फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य एकत्र किए हैं।”