लखनऊ: उत्तर प्रदेश पुलिस के आतंकवाद निरोधी दस्ते (UP ATS) ने देश में फर्जी दस्तावेजों के सहारे अवैध तरीके से रह रहे 2 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूपी पुलिस के आतंकवाद निरोधी दस्ते को इस बारे में सूचना प्राप्त हुई थी कि कुछ संदिग्ध लोग जो कि भारत के निवासी नहीं हैं, विदेशी लोगों के संपर्क में आकर देश के विरुद्ध षड्यंत्र कर रहे हैं। इस सूचना पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 2 संदिग्धों को पकड़ लिया, जो बाद में बांग्लादेशी नागरिक निकले। पूछताछ में इनके कई देशों के नागरिकों के साथ संपर्क में रहने की बात पता चली।
पहले भी हुए थे 2013 में गिरफ्तार
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पूछताछ में पता चला है कि गिरफ्तार किए गए दोनों शख्स सगे भाई हैं और फर्जी दस्तावेजों के सहारे 2007-08 से भारत में रह रहे हैं। इन दोनों की पहचान मोहम्मद इकबाल पुत्र नूर मुहम्मद और मोहम्मद फारुख पुत्र नूर मोहम्मद के रूप में की गई है और ये दोनों सहारनपुर में बिलाल मस्जिद के पास रह रहे थे। इन दोनों को 2013 में भी भारत में अवैध तरीके से रहने के आरोप में पश्चिम बंगाल में गिरफ्तार किया गया था, और इसके बाद वे लगभग 2 साल तक जेल में रहे। जेल से रिहा होने के बाद इन दोनों को बांग्लादेश डिपोर्ट कर दिया गया।
2015 में फिर वापस भारत आ गए
ये दोनों बांग्लादेशी नागरिक 2015 में एक बार फिर अवैध रूप से सीमा पार करके भारत वापस आ गए। इन दोनों ने दलालों के जरिए सहारनपुर के पते से फर्जी वोटर कार्ड, आधार कार्ड और पासपोर्ट तक बनवा लिए। दोनों के पास से चेक बुक, एम्प्लाई कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, डेबिट कार्ड, कैश पासबुक, जाति प्रमाण पत्र, पैन कार्ड और आय प्रमाण पत्र भी बरामद हुए हैं। पूछताछ में पता चला है कि ये दोनों बांग्लादेश, अमेरिका, सऊदी अरब, इटली, ब्रिटेन, ऑस्ट्रिया और म्यांमार के लोकों को संपर्क में हैं। इन दोनों भाइयों के खिलाफ संबंधित धारों में मुकदमा दर्ज कर अदालत में पेश किया गया।