लखनऊ: उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स ने एक बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए लखनऊ में करीब 1.5 करोड़ रुपये के ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन पकड़े हैं। STF का कहना है कि इन घातक इंजेक्शन को बिहार से मंगाया गया था। खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग (FSDA) और STF ने 2,80,899 अवैध इंजेक्शन बरामद किए हैं जिन्हें सीज कर दिया गया है और इनके नमूनों को जांच के लिए भेज दिया गया है। FSDA के सहायक आयुक्त ब्रजेश कुमार ने बताया कि बीते कई दिनों से अवैध ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन सप्लाई की शिकायत मिल रही थी।
लखनऊ और हरदोई के रहने वाले हैं पकड़े गए आरोपी
बता दें कि ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन का इस्तेमाल पशुओं से ज्यादा दूध निकालने और फल-सब्जियों को कम समय मे बड़ा करने के लिए किया जाता है जो बहुत नुकसान का है। पुलिस को पता चला था कि कुछ गिरोह इस काम में लगे हुए हैं और वे जो इंजेक्शन सप्लाई करते हैं उनमें फिनाइल का भी इस्तेमाल किया जाता है जो कि अंतत: लोगों के स्वास्थ्य के लिए काफी घातक है। पुलिस ने इस मामले में जिन 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है उनकी पहचान लखनऊ निवासी अनमोल पाल और हरदोई निवासी दिनेश कुमार के रूप में हुई है।
मिनरल वाटर के नाम पर मंगाते हैं इंजेक्शन की सप्लाई
पुलिस द्वारा गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में बताया है कि इनका गिरोह लखनऊ और आसपास के जिलों में अवैध रूप से ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन की सप्लाई करता है। पूछताछ में पता चला कि ये गिरोह बिहार से हाई डेनसिटी के ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन को पार्सल के जरिए किसी मिनरल वॉटर के नाम पर मंगाते हैं और इस इंजेक्शन का इस्तेमाल पशुओं का दूध निकालने और फलों एवं सब्जियों को कम समय में विकसित करने के लिए किया जाता है जो कि लोगों के स्वास्थ्य के लिए काफी घातक होता है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ थाना आशियान में धारा 318(4) 319 (2) 336, 338 BNS 18ए/27 एवं अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया जा रहा है।