कांकेर: जिले की तीनों विधानसभाओं में प्रथम चरण का मतदान 7 नवंबर को पूर्ण हुआ। पहली बार कांकेर जिले में 81 प्रतिशत से अधिक का मतदान दर्ज किया गया। चुनावी ड्यूटी में लगे तमाम अधिकारी एवं कर्मचारियों ने उत्साह के साथ इस चुनावी प्रक्रिया को पूर्ण कराया। मतदाता भी उत्साहित होकर अपने मताधिकार का प्रयोग करते नजर आए। इस चुनावी त्यौहार में महिलाओं में ज्यादा उत्साह देखा गया, जिन्होंने बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हुए अपने मताधिकार का प्रयोग लोकतंत्र को मजबूत बनाने में किया। महिलाओं के इस उत्साह को देखते हुए इस बार की मतगणना भी महिलाओं से कराई जाने वाली है, जिसकी ट्रेनिंग महिलाओं को दी जा रही है। इसमें खास बात यह है कि इस मतगणना में सुपरवाइजर से लेकर भृत्य तक के सभी पदों पर महिलाएं अपना दायित्व निभाते नजर आएंगी।
कुल 196 महिलाओं की लगाई गई ड्यूटी
जिले की तीनों विधानसभा सीटों पर मतगणना 3 दिसम्बर की सुबह से शुरू हो जाएगी। ईवीएम से गणना के लिए 48, पोस्टल बैलेट की गणना के लिए 12 यानी कुल 60 महिला राजपत्रित अधिकारियों की ड्यूटी सुपरवाइजर के रूप में लगाई गई है। 72 महिला सहायक शिक्षकों तथा लिपिकों की गणना सहायक के रूप में ड्यूटी लगाई गई है। इसके के साथ ही गणना टेबलों तक ईवीएम मशीन को लाने ले जाने के लिए 62 महिला भृत्यों की ड्यूटी लगाई गई है। दो महिला अधिकारियों को परिणामों की घोषणा करने के लिए उद्घोषक के रूप में ड्यूटी सौपी गई है। इस तरह कुल 196 महिला कर्मचारी इस पूरी मतगणना के कार्य को पूरा करेंगी।
महिलाएं भी कर सकती हैं पुरुषों जैसा काम
कांकेर कलेक्टर प्रियंका शुक्ला ने बताया कि चुनावी प्रक्रिया के दौरान लोगों को अपने मताधिकार का प्रयोग करने, उनमें जागरूकता लाने के लिए तरह-तरह के प्रयोग किये गए। आकर्षक मतदान केंद्रों में लोग उत्साहित होकर पहुंचे और मतदान करते नजर आए। तृतीय लिंग मतदाताओं को ध्यान में रखते हुए रेनबो पोलिंग बूथ बनाया गया। यहां सुरक्षा में तैनात बल भी थर्ड जेंडर ही थे। आदर्श मतदान केंद्रों में महिला कर्मचारियों ने मतदान कार्य सम्पन्न कराया और अब महिलाओं को ही मतगणना का कार्य भी सौपा जा रहा है। यह सभी महिलाएं पुरुषों जैसा काम कर सकती हैं। लैंगिक समानता का संदेश देने के लिए महिला कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है, जिनमें सुपरवाइजर, गणना सहायक और भृत्य सहित सभी कर्मी महिलाएं ही होंगी। इन महिलाओं को पूरी ट्रेनिंग दी जा रही है। ट्रेनिंग के साथ ही सभी महिला कर्मचारियों के लिए ड्रेस कोड तय किया जा रहा है, जिन्हें गणना के दिन महिला कर्मचारी पहन कर आएंगी। कलर कोर्ड के चार विकल्प लाल, हरा, काला व आसमानी रंग शामिल हैं।
(कांकेर से सिकंदर अली की रिपोर्ट)
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