छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में शुक्रवार को हत्या-आत्महत्या के एक संदिग्ध मामले में एक महिला और उसकी डेढ़ साल की बेटी की घर में आग लगने से मौत हो गई जबकि महिला के पति का शव फंदे से लटका मिला। पुलिस ने यह जानकारी दी।
3 लोगों की मौत से मचा हड़कंप
रायगढ़ के अपर पुलिस अधीक्षक आकाश मरकाम ने बताया कि यह घटना घरघोड़ा क्षेत्र के कामतारा गांव में हुई। उन्होंने बताया कि 20 वर्षीय चांदनी गुप्ता और उनकी बेटी आकांक्षा के जले हुए शव उनके घर में पाए गए, जबकि पति सुरेश गुप्ता (25) का शव नजदीक ही एक पेड़ से फंदे से लटका मिला। अधिकारी ने बताया कि पुलिस को सूचित कर दिया गया और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।
पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या सुरेश ने घर में आग लगाई, अपनी पत्नी और बेटी की हत्या की और फिर आत्महत्या कर ली। सुरेश एक दुकान चलाता था। उन्होंने कहा कि मामले में FIR दर्ज कर जांच की जा रही है।
दंपति समेत 13 नक्सलियों ने किया सरेंडर
उधर, छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में एक दंपति समेत 13 नक्सलियों ने सुरक्षा बलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया, जिनमें से पांच नक्सलियों पर कुल 13 लाख रुपये का इनाम भी था। अधिकारी ने कहा, दंपति नंदू अवलम उर्फ दुर्गेश उर्फ कोटेश और उसकी पत्नी देवे मडकम उर्फ चांदनी, कैडर मुन्ना काकेम, सुखराम हेमला, भीमा वेक्को और आठ अन्य नक्सलियों ने सुरक्षाकर्मियों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। अधिकारी के अनुसार, काकेम पर पांच लाख रुपये का इनाम था और वह प्रतिबंधित संगठन भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के आंध्र-ओडिशा सीमा (एओबी) संभाग के अंतर्गत कटम क्षेत्र समिति का सदस्य था।
अधिकारी ने बताया कि हेमला जगरगुंडा एरिया कमेटी की प्लाटून नंबर 10 में पीपुल्स पार्टी कमेटी का सदस्य (पीपीसीएम) था और उसके सिर पर पांच लाख रुपये का इनाम था। उन्होंने बताया कि इसमें शामिल दंपति, प्रतिबंधित माओवादी संगठन के गोंदिया डिवीजन के अंतर्गत मलांजखंड एरिया कमेटी के सदस्य थे। अधिकारी ने बताया कि दंपति और वेको पर एक-एक लाख रुपये का इनाम था। (भाषा इनपुट्स के साथ)