रायपुर: छत्तीसगढ़ में पिछले कुछ दिनों से जंगली हाथियों के आतंक की खबरें लगातार आ रही हैं। इसी कड़ी में सूबे के जशपुर जिले में जंगली हाथी के हमले में एक ग्रामीण की मौत हो गई है। अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि जिले के नारायणपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत डूमरडांड गांव में जंगली हाथी के हमले में 55 साल के जगन्नाथ राम की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि बुधवार देर रात जंगली हाथी ने डूमरडांड गांव में हमला कर दिया और कई मकानों को क्षतिग्रस्त कर दिया।
‘हाथी ने एक दर्जन मकानों को पहुंचाया नुकसान’
हाथी के हमले के बाद जब जगन्नाथ अपने परिवार को बचाने के लिए अन्य मकान में उन्हें भेज रहा था तभी जंगली हाथी ने उस पर हमला कर दिया। इस हमले में जगन्नाथ की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद वन विभाग के दल को घटनास्थल के लिए रवाना किया गया तथा शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता दी गई है। अधिकारियों ने बताया कि हाथी ने बीती रात लगभग 4 गांवों में एक दर्जन मकानों को भी नुकसान पहुंचाया है।
‘हाथी के हमले में हुई 2 सगे भाइयों की मौत’
इससे पहले बीते शुक्रवार को छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में जंगली हाथी के हमले में 2 सगे भाइयों की मौत हो गई थी। अधिकारियों शनिवार को बताया था कि जशपुर के तपकरा वन परिक्षेत्र के अंतर्गत केरसई गांव में शुक्रवार देर रात जंगली हाथी के हमले में 2 सगे भाइयों 45 वर्षीय कोकडे राम और 43 वर्षीय पड़वा राम की मौत हो गई। अधिकारियों के मुताबिक, जंगली हाथियों ने देर रात लगभग 3 बजे केरसई गांव में हमला बोला और वहां मकानों को तोड़ना शुरू कर दिया। उन्होंने बताया कि जब दोनों भाई जान बचाने के लिए वहां से भागने लगे, तब एक को हाथी ने अपनी सूंड से पकड़ लिया और कुचलकर उसकी जान ले ली।
‘छाल में भी एक व्यक्ति को हाथियों ने मारा’
अधिकारियों ने बताया कि जब अपने भाई को बचाने के लिए दूसरा भाई वहां पहुंचा और हाथी को भगाने की कोशिश करने लगा, तब हाथी ने उसे भी कुचलकर मार डाला। उन्होंने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद वन विभाग का दल मौके पर पहुंचा और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। अधिकारियों ने कहा कि मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता दी जा रही है। इससे पहले जंगली हाथियों ने रायगढ़ जिले के छाल क्षेत्र में 45 वर्षीय राजूदास महंत की जान ले ली थी। ऐसे में देखा जाए तो छत्तीसगढ़ में जंगली हाथियों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है।