कोरबा जिले में जंगली हाथी की समस्या काफी बढ़ गई है। अभी कोरबा से एक मामला सामने आया जिसमें जंगली हाथी के हमले के कारण 3 महिलाओं की मौत हो गई है। दरअसल झुंड में से एक हाथी अलग हो गया और उसने कुछ दिनों में तीन महिलाओं पर हमला कर दिया जिस कारण उनकी जान चली गई। खैर अभी हाथी को कोरबा जिले की सीमा से सुरक्षित बाहर निकाल दिया गया है। आइए आपको विस्तार से इस खबर की जानकारी देते हैं।
जंगली हाथी के हमले में महिलाओं की मौत
वन विभाग के अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक कोरबा वनमंडल के करतला वन परिक्षेत्र में तीन दिन पहले 8 हाथियों का एक दल विचरण कर रहा था। इसी दौरान उनमें से एक हाथ इस झुंड से अलग हो गया। अपनी झुंड से अलग होने के बाद वह हाथी सबसे पहले रलिया गांव पहुंचा जहां बृहस्पतिवार को उसने सुबह-सुबह सैर पर निकली महिला पर हमला कर दिया। हाथी ने उस महिला को कुचल दिया और उसकी मौत हो गई। इसके बाद वह हाथी खैरभवना गांव पहुंचा। वहां हाथी देखकर लोग अपनी जान बचाकर भागने लगे। इसी दौरान हाथी ने दो महिलाओं पर हमला कर दिया जिससे उनकी मौत हो गई। इतना ही नहीं इन दोनों हमलों के बीच हाथी ने कुछ मवेशियों को भी मार दिया।
मृतकों के परिजनों को दी गई सहायता राशि
हाथी के हमले में अब तक तीन महिलाओं की मौत हो चुकी है। सबसे पहले जिस महिला की मौत हुई उसका नाम गायत्री राठौर था। इसके बाद खैरभवना गांव में जिन दो महिलाओं की मौत हुई उनका नाम सुरुजा और तीजकुंवर था। कटघोरा वन मंडल के अधिकारी कुमार निशांत ने बताया कि मृतकों के परिजनों को तात्कालिक सहायता राशि 25-25 हजार रुपए प्रदान किए गए हैं। शेष राशि औपचारिकता पूरी होने के बाद दी जाएगी।
कोरबा की सीमा से निकला हाथी
इस मामले में बात करते हुए वन विभाग के अधिकारियों ने यह भी बताया कि हाथी के इधर-उधर भागने और खेतों के साथ आबादी क्षेत्र में जाने के कारण उसे करंट लगने का खतरा बना रहता है। हाथी को करंट लगने से बचाने के लिए अभी बिजली की आपूर्ति को बंद करवा दिया गया था। खैर अभी हाथी को कोरबा जिले की सीमा से निकाला जा चुका है और उस पर नजर भी रखी जा रही है।
(इनपुट: भाषा)
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