
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सुरक्षाबलों ने दो नक्सलियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि नक्सलियों को राशन की आपूर्ति करने वाले मुचाकी सुरेश (28) और एक अन्य नक्सली पुनेम हिड़मा (25) को गुरुवार को जगरगुंडा थाना क्षेत्र के कुंदेड़ गांव के जंगल से पकड़ा गया। अधिकारियों के मुताबिक, जगरगुंडा थाना क्षेत्र में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिलने पर 13 मार्च को जगरगुंडा थाना से जिला बल और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के संयुक्त दल को कुंदेड़ गांव की ओर रवाना किया गया था।
अधिकारी ने बताया कि अभियान के दौरान सुरक्षाबलों ने घेराबंदी कर दोनों नक्सलियों को गिरफ्तार कर लिया। अधिकारियों के अनुसार, मुचाकी सुरेश नक्सलियों की तेलंगाना स्टेट कमेटी और पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) बटालियन नंबर एक के सदस्यों को राशन और दैनिक उपयोग के अन्य सामानों की आपूर्ति था। पीएलजीए प्रतिबंधित संगठन भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) की सशस्त्र इकाई है।
इन अपराधों में शामिल थे नक्सली
पुलिस ने बताया कि दोनों नक्सली कथित तौर पर सुरक्षाबलों की आवाजाही की टोह लेने, जवानों की ओर से इस्तेमाल किए जाने वाले मार्गों पर बारूदी सुरंग और लोहे की कीलें लगाने तथा सड़कें खोदने में भी शामिल थे। अधिकारियों के मुताबिक, मुचाकी सुरेश और पुनेम हिड़मा पर पिछले साल पुवर्ती गांव में सुरक्षाबलों के शिविर पर गोलीबारी के सिलसिले में भी मामला दर्ज किया गया था। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में नक्सलियों के खिलाफ अभियान जारी है।
17 नक्सलियों ने किया सरेंडर
गुरुवार को बीजापुर में 17 नक्सलियों ने सुरक्षा बलों के सामने आत्मसमर्पण किया। अधिकारियों ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले 17 नक्सलियों में नौ पर कुल 24 लाख रुपये का इनाम था। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में डिविजनल कमेटी सदस्य दिनेश मोडियम ऊर्फ बदरू मोड़ियम (36) पर आठ लाख रुपये, उसकी पत्नी एरिया कमेटी सदस्य ज्योति ताती ऊर्फ कला मोड़ियम (32) और एरिया कमेटी सदस्य दुला कारम (32) पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम था। भीमा कारम (28), शंकर लेकाम (34), सोमा कारम (41), मंगू कड़ती (35), मोती कारम (30) और अरविंद हेमला (22) पर एक-एक लाख रुपये का इनाम था। आत्मसमर्पण करने पर नक्सलियों को उत्साहवर्धन के लिए शासन की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति के तहत 25-25 हजार रुपये नकद प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई। बीजापुर में 2025 में अब तक 65 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया और 137 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है। मुठभेड़ों में 56 नक्सली मारे गए हैं। (इनपुट- पीटीआई भाषा)