विशाखापट्टनम से दुर्ग आ रही वंदे भारत ट्रेन पर पथराव हुआ है। हालांकि, इस पत्थरबाजी में किसी को चोट नहीं लगी है। इस ट्रेन पर इससे पहले भी पथराव हो चुका है। इससे पहले हुई पथराव की घटना के बाद तीन लोग गिरफ्तार हुए थे। हालांकि, अभी भी पत्थरबाजी पर रोक नहीं लगी है।
घटना शनिवार की है। रात 9 बजे अज्ञात तत्वों ने खरियार रोड रेलवे स्टेशन के एक किलोमीटर पूर्व वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव कर दिया। गनीमत थी कि कोच में सिर्फ दो ही यात्री थे, जिन्हें किसी तरह की चोट नहीं आई है। खरियार रोड में इसकी शिकायत की गई है।
यात्रियों ने टीटीई से की शिकायत
विशाखापट्टनम से दुर्ग की ओर आ रही वंदे भारत में यात्रा कर रहे सुपेला भिलाई निवासी ने बताया कि खरियार रोड पर जैसे ही ट्रेन पहुंचने वाली थी। उसके पहले ट्रेन पर पत्थरबाजी होने लगी। पथराव के बाद तेज आवाज आने लगी। कोच में बैठे दो यात्रियों ने उठकर देखा, तो उनके कोच के सीट नंबर 34-35 की खिड़की पर पत्थर बरस रहे थे। उसके बाद वह अपने आप को बचाते हुए वहां से हट गए। उन्होंने इसकी शिकायत ट्रेन के टीटीई से की, जिसने स्टेशन में जानकारी दी। हालांकि, वंदे भारत एक्सप्रेस को इसी हालत में दुर्ग तक लाया गया।
अब उठ रहे सवाल
वंदे भारत ट्रेन पर लगातार पत्थरबाजी की घटनाएं सामने आ रही हैं। इसे रोकने के लिए कोशिश की जा रही है, लेकिन अब तक सरकारें पत्थरबाजों पर लगाम लगाने में सफल नहीं हुई हैं। इसके अलावा वंदे भारत ट्रेन के पूरे कोच में सिर्फ दो यात्रियों के होने की बात पर भी सवाल उठ रहे हैं। अगर किसी रूट पर सवारियों की संख्या पर्याप्त नहीं है तो वहां वंदे भारत जैसी प्रीमियम ट्रेन चलाने की क्या जरूरत है, क्या इससे रेलवे वहां प्रीमियम ट्रेन चलाने का खर्च निकाल पाएगा।
(दुर्ग से सिकंदर अली की रिपोर्ट)