छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले में पिछले हफ्ते 2 सगी बहनों के साथ हुए गैंगरेप मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। गिरफ्तार किए गए 10 आरोपितों में से एक पुलिस विभाग के ASI का बेटा है। जहां एक आरोपित एएसआई का बेटा है वहीं इस पूरी वारदात का मास्टरमाइंड और मुख्य आरोपित पूनम ठाकुर के पिता लक्ष्मीनारायण सिंह ठाकुर भाजपा के मंडल उपाध्यक्ष हैं। पूनम ठाकुर मामले में मुख्य आरोपी है, जो आदतन अपराधी है। उसके खिलाफ पूर्व में मंदिर हसौद और आरंग थाने में पांच मामले दर्ज हैं। उसे हत्या और बलात्कार के आरोप में 2019 और 2022 में गिरफ्तार किया गया था। वह पिछले महीने जमानत पर जेल से रिहा हुआ था।
एएसआई का दूसरे पुलिस स्टेशन में ट्रांसफर
मिली जानकारी के मुताबिक गिरफ्तार आरोपित कृष्णकांत साहू एएसआई दीपक साहू का बेटा है जो वर्तमान में मंदिर हसौद थाना में ही पदस्थ है। वारदात के बाद हरकत में आई पुलिस टीम में मंदिर हसौद थाने में पदस्थ ASI भी शामिल थे और अपने फरार बेटे की तलाश में जुटे थे। दीपक साहू ने अपने बेटे कृष्णकांत को गिरफ्तार किया और ट्रांसफर के लिए आवेदन किया। रायपुर के वरिष्ठ एसपी प्रशांत अग्रवाल ने उनके आवेदन को स्वीकार किया और एएसआई साहू का दूसरे पुलिस स्टेशन में ट्रांसफर कर दिया ताकि जांच में बाधा न आए।
आरोपित कृष्णकांत साहू परसकोल गांव का रहने वाला है और वर्तमान में रायपुर के लक्ष्मी नगर में रहता है और वारदात के मास्टर माइंड पुनम ठाकुर का साथी है। बता दें कि वारदात के बाद मामले को गंभीरता से लेते हुए रात भर पुलिस के करीब 6 टीआई और पूरी सायबर टीम ने मिलकर सभी आरोपितों को गिरफ्तार किया।
रक्षाबंधन का त्योहार मनाकर लौट रही थी दोनों बहनें
आरोपियों ने घटना को तब अंजाम दिया जब दोनों बहनें रक्षाबंधन का त्योहार मनाकर लौट रही थीं। मंदिर हसौद थाना क्षेत्र के अंतर्गत भानसोज गांव के करीब गुरुवार रात हुई इस घटना के सिलसिले में सभी 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि 19 साल और 16 साल की उम्र की दोनों बहनों ने इस संबंध में बीती देर रात करीब एक बजे मंदिर हसौद पुलिस थाना में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने करवाई शुरू की। शिकायत के अनुसार पीड़ित मोटरसाइकिल से एक व्यक्ति के साथ तुमगांव से रायपुर लौट रहीं थीं, तब भानसोज गांव के करीब तीन आरोपियों ने उन्हें रोक लिया। उन्होंने बताया कि तीनों आरोपियों ने उनसे नकदी और मोबाइल फोन लूट लिए, फिर अन्य सात आरोपी चार मोटरसाइकिलों में वहां पहुंचे, इसके बाद वे सभी दोनों बहनों को मुख्य सड़क से दूर एक सुनसान जगह पर ले गए और उनके साथ गैंगरेप किया। आरोपियों ने बहनों के साथ आए व्यक्ति की भी पिटाई की और बाद में मौके से भाग गए।
अग्रवाल ने बताया, "घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस दल का गठन किया गया और दोनों बहनों द्वारा बताए गए आरोपियों के हुलिए और अन्य जानकारी के अनुसार, सभी दस आरोपियों की पहचान कर ली गई और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।" उन्होंने बताया कि आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड विधान और लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
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