प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने छत्तीसगढ़ में इस हफ्ते उनकी एक चुनावी सभा में उनके ‘स्केच’ के साथ आई लड़की को एक पत्र लिखा है, और कहा कि उसके जैसी बेटियां देश के भविष्य को नई दिशा प्रदान करेंगी। मोदी ने 10 आकांक्षा को लिखे पत्र में कहा कि उससे मिला "स्नेह और अपनेपन की भावना’’ राष्ट्र की सेवा करने में उनकी ताकत है। प्रधानमंत्री ने गुरुवार को छत्तीसगढ़ के कांकेर में एक चुनावी सभा को संबोधित करने के दौरान उसे उनका ‘स्केच’ (रेखा चित्र) लिए देखा था। मोदी ने शुक्रवार को लिखे पत्र में आकांक्षा को धन्यवाद दिया और कहा कि उन्हें छत्तीसगढ़ के लोगों से हमेशा बहुत प्यार मिला है तथा उन्होंने (राज्य के लोगों ने) देश के विकास में भी उत्साहपूर्वक योगदान दिया है।
रैली में पीएम मोदी का स्केच लेकर पहुंची थी बच्ची
बता दें कि पीएम मोदी गुरुवार को छत्तीसगढ़ के कांकेर रैली को संबोधित कर रहे थे, तभी उनकी नजर भीड़ में खड़ी एक बच्ची पर पड़ी। बच्ची के हाथों में पीएम मोदी की पेंटिंग थीं। यह देख पीएम मोदी ने अपना भाषण रोक दिया और मंच से बच्ची को आवाज लगाई। पीएम मोदी ने कहा कि बेटी, मैंने तस्वीर देखी है। आपने अविश्वसनीय रूप से अच्छा प्रदर्शन किया। तुम्हें मेरा आशीर्वाद है। हालांकि, आप थक जाएंगी। आप काफी देर से खड़ी हैं। आपको बैठ जाना चाहिए। मैं पुलिस कर्मियों से अनुरोध करता हूं कि वे छोटी लड़की से स्केच को ले लें और यह मुझ तक पहुंच जाएगी। उस पर अपना पता और नाम लिख दो। मैं तुम्हें एक चिट्ठी अवश्य लिखूंगा। प्रधानमंत्री मोदी के कहने के बाद वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने बच्ची का नाम और पता नोट किया और उससे स्केच लिया।
पत्र लिख दिया आशीर्वाद
इसके बाद मोदी ने शुक्रवार को लिखे पत्र में आकांक्षा को धन्यवाद दिया और कहा कि उन्हें छत्तीसगढ़ के लोगों से हमेशा बहुत प्यार मिला है तथा उन्होंने (राज्य के लोगों ने) देश के विकास में भी उत्साहपूर्वक योगदान दिया है। प्रधानमंत्री ने पत्र में लिखा है, "आने वाले 25 वर्ष आप जैसे बाल मित्रों और देश के लिए महत्वपूर्ण होने वाले हैं। इस अवधि में हमारी युवा पीढ़ी, खासकर आप जैसी बेटियां अपने सपनों को पूरा करते हुए देश के भविष्य को एक नई दिशा प्रदान करेंगी।" उन्होंने कहा, ‘‘हमारी सरकार का लक्ष्य हमारी बेटियों के लिए एक स्वस्थ और सुरक्षित राष्ट्र का निर्माण करना है।’’ मोदी ने आकांक्षा को पूरी लगन से पढ़ाई करने की सलाह दी, और कामना की कि वह अपनी उपलब्धियों से परिवार, समाज और देश का नाम रोशन करेगी।
यह भी पढ़ें-