छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में शुक्रवार को सुरक्षाबलों से हुई मुठभेड़ में 31 नक्सली मारे गए थे। इनमें से 22 शवों की पहचान कर ली गई है। मारे गए इन 22 नक्सलियों पर 1.67 करोड़ रुपये का इनाम था। बाकी 9 नक्सलियों के शवों ने शिनाख्त होना बाकी है। बस्तर पुलिस IG सुंदरराज पी ने बताया कि मारे गए नक्सलियों में 25 लाख रुपये की इनामी नक्सली नीति उर्फ उर्मिला भी शामिल है, जो डीकेएसजेडसी की सदस्य और पूर्वी बस्तर इंचार्ज थी। राज्य में वह इस वर्ष सुरक्षाकर्मियों से हुई मुठभेड़ में मारे गए डीकेएसजेडसी की चौथी सदस्य है।
मुठभेड़ में 13 महिला नक्सली ढेर
बस्तर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी. ने बताया कि नारायणपुर-दंतेवाड़ा जिले की सीमा में थुलथुली और नेंदूर गांव के बीच अबूझमाड़ क्षेत्र में नक्सल विरोधी अभियान के दौरान सुरक्षाकर्मियों के साथ मुठभेड़ में 13 महिलाओं समेत 31 नक्सली मारे गए। उन्होंने बताया कि माओवादियों के डीकेएसजेडसी की सदस्य नीति माओवादियों के पूर्वी बस्तर संभाग का नेतृत्व कर रही थी, जो पांच जिलों- नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बस्तर, बीजापुर और कोंडागांव के जंक्शन में सक्रिय था। डीकेएसजेडसी छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र के अलावा पड़ोसी आंध्र प्रदेश, उड़ीसा, तेलंगाना और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में माओवादी गतिविधियों को अंजाम देता है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि मृतकों में दो अन्य प्रमुख नक्सलियों की पहचान सुरेश सलाम और मीना मड़कम के रूप में हुई है, जो संभागीय कमेटी सदस्य थे और उनके उन पर 8-8 लाख रुपये का ईनाम था। उन्होंने बताया कि 8 नक्सलियों की पहचान पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) कंपनी नंबर छह के सदस्यों के रूप में और 5 की पहचान माओवादियों के क्षेत्रीय कमेटी के सदस्यों के रूप में हुई है।
नक्सलियों के पास से हथियार बरामद
सुंदरराज ने बताया कि मुठभेड़ स्थल से एक एलएमजी राइफल, चार एके-47 राइफल, छह एसएलआर (सेल्फ-लोडिंग राइफल), तीन इंसास राइफल, एक .303 बोर राइफल, कई अन्य कैलिबर राइफल, स्थानीय रूप से निर्मित हथियार और दैनिक उपयोग की वस्तुएं और माओवादियों से संबंधित अन्य सामान बरामद किया गया है। उन्होंने बताया कि यह अभियान माओवादियों और उनके पूर्वी बस्तर डिवीजन और पीएलजीए कंपनी के लिए एक बड़ा झटका है। पुलिस महानिरीक्षक ने बताया कि चुनौतीपूर्ण भौगोलिक परिस्थितियों और मानसून से जुड़ीं चुनौतियों के बावजूद सुरक्षाबलों ने इस अभियान को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। उन्होंने बताया कि मुठभेड़ के दौरान माओवादियों द्वारा दागे गए अंडर बैरल ग्रेनेड लांचर (बीजीएल) के एक गोले में विस्फोट होने से राज्य पुलिस के जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) का एक जवान घायल हो गया। अधिकारी ने बताया कि रायपुर में उसका इलाज किया जा रहा है और हालत खतरे से बाहर बताई गई है।
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