छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित कांकेर में गुरुवार को नक्सलियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट कर दिया। इस दौरान सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का एक जवान शहीद हो गया। बता दें कि पिछले दो दिनों में इस तरह की यह दूसरी घटना है। पुलिस ने इस बाबत जानकारी साझा की। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह घटना परतापुर पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत सड़कटोला गांव के पास उस समय हुई जब बीएसएफ और जिला पुलिस का एक संयुक्त दल को गश्त कर रहा था। उन्होंने बताया कि नक्सलियों द्वारा किए गए विस्फोट में बीएसएफ के प्रधान आरक्षक अखिलेश राय (45) घायल हो गए।
छत्तीसगढ़ में नक्सलियों ने किया विस्फोट
अधिकारी ने बताया कि घटना के बाद राय को प्रारंभिक उपचार दिया गया और बेहतर इलाज के लिए पखांजूर भेजा गया, लेकिन उन्होंने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। उन्होंने बताया कि शहीद जवान उत्तर प्रदेश के रहने वाले थे। अधिकारी ने बताया कि इलाके में बीएसएफ, जिला रिजर्व गार्ड और जिला बल के संयुक्त दल द्वारा तलाशी अभियान जारी है। नारायणपुर जिले में बुधवार को नक्सलियों द्वारा सुरक्षाकर्मियों की टीम पर हमला करने और इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) से विस्फोट करने से छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल (सीएएफ) का एक जवान शहीद हो गया था और एक अन्य घायल हो गया था।
20 नक्सलियों ने किया सरेंडर
बता दें कि इससे पहले सुकमा जिले में पांच महिला नक्सली समेत 20 नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण किया था। पुलिस अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। सुकमा जिले के पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पांच महिला नक्सली समेत 20 नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। उन्होंने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले ज्यादातर नक्सली मिलिशिया सदस्य हैं तथा जगरगुंडा थाना क्षेत्र में सक्रिय थे। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि नक्सलियों ने पूना नर्कोम अभियान (नई सुबह, नई शुरुआत) से प्रभावित होकर तथा माओवादी नेताओं के भेदभावपूर्ण व्यवहार से तंग आकर हिंसा का मार्ग छोड़कर समाज की मुख्यधारा में शामिल होने का फैसला किया है। उन्होंने बताया कि नक्सलियों के खिलाफ जिले में कई घटनाओं में शामिल होने का आरोप है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को राज्य सरकार की पुनर्वास नीति के तहत सहायता प्रदान की जाएगी।
(इनपुट-भाषा)