छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में बीते कल पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में मारे गए नक्सली की पहचान हो गई है। पुलिस अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार मारे गए एक नक्सली की पहचान अरुण मंडावी के रूप में हुई है, जिस पर पांच लाख रुपये का इनाम था। पुलिस के मुताबिक अरुण नक्सलियों की क्षेत्रीय कमेटी का सदस्य था। धमतरी जिले के पुलिस अधीक्षक आंजनेय वार्ष्णेय ने बताया कि नक्सली की पहचान अरुण मंडावी के रूप में हुई है, जो माओवादियों की सीतानदी क्षेत्रीय कमेटी में सक्रिय था। यह क्षेत्रीय कमेटी गरियाबंद (छत्तीसगढ़) और ओडिशा सीमा पर एक्टिव है। बता दें कि पुलिस ने रविवार को बताया था कि जिले के खल्लारी थाना क्षेत्र के अंतर्गत मुहकोट-आमझर गांव के पास एक जंगल में जिला रिजर्व गार्ड (DRG) के साथ मुठभेड़ में एक नक्सली मारा गया। सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ वाली जगह से एक नक्सली का शव, एक SLR राइफल, दो मैग्जीन, माओवादी साहित्य और अन्य सामान बरामद किया था।
कई नक्सली घटनाओं में शामिल था अरुण मंडावी
पुलिस अधिकारी ने बताया कि मंडावी कई नक्सली घटनाओं में शामिल था, जिसमें 2022 में ओडिशा के सोनाबेड़ा इलाके में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ तथा इस साल अप्रैल माह में धमतरी के बोराई थाना क्षेत्र में सुरक्षाबलों और माओवादियों के बीच मुठभेड़ की घटना शामिल थी। उन्होंने बताया कि नक्सली मंडावी के सर पर पांच लाख रुपये का इनाम है। इस साल राज्य में सुरक्षाबलों के साथ अलग-अलग मुठभेड़ों में अब तक कुल 133 नक्सली मारे जा चुके हैं। इनमें से 131 माओवादी बस्तर संभाग में मारे गए, जबकि दो अन्य रायपुर संभाग में आने वाले धमतरी जिले में मारे गए।
कैसे शुरू हुई थी मुठभेड़
दरअसल, बीते कल धमतरी जिले में सुरक्षाबलों ने एक नक्सली को ढेर कर दिया था, जिसकी पहचान आज अरुण मंडावी के रूप में की गई है। पुलिस के मुताबिक मुठभेड़ तब शुरू हुई जब धमतरी के पुलिस अधीक्षक अंजनेय वार्ष्णेय के नेतृत्व में जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) की एक टीम नक्सल रोधी अभियान पर निकली थी।
पुलिस अधीक्षक वार्ष्णेय ने बताया था, "गोलीबारी उस समय शुरू हुई जब गश्ती दल मुहकोट-आमझर जंगल की घेराबंदी कर रहा था। सुरक्षाबलों से घिरने के बाद नक्सली जंगल में भाग गए। इलाके की तलाशी में एक नक्सली के शव के साथ-साथ एक सेल्फ-लोडिंग राइफल (एसएलआर), माओवादी दस्तावेज और दैनिक उपयोग की वस्तुएं मिलीं।"
ये भी पढ़ें- आखिर सोनाक्षी सिन्हा कितनी पढ़ी लिखी हैं?