छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में पांच लाख रुपये के इनामी नक्सली दंपति ने आत्मसमर्पण कर दिया, जबकि बीजापुर में तीन नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया और उनके पास से विस्फोटक सामग्री बरामद की गई। पुलिस अधिकारी ने बताया कि नक्सली दोसेल सलाम उर्फ सोनवा और उसकी पत्नी आरती ने गुरुवार को आत्मसमर्पण कर दिया। अधिकारी ने कहा, ''सलाम, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) कुतुल एरिया कमेटी का साजो-समान की आपूर्ति करने वाले दल का कमांडर था, जबकि आरती कोडिलियार जनताना सरकार स्कूल शाखा का हिस्सा थी।''
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि बीजापुर में बासागुड़ा थाना क्षेत्र के अंतर्गत सारकेगुड़ा और पेगडापल्ली के जंगलों से शुक्रवार को नकस्ली कुदामी सोमलू, लिंगू सेमला उर्फ लिंगा और सोमलू कड़ती को गिरफ्तार किया गया तथा उनके पास से कथित तौर पर विस्फोटक सामग्री भी बरामद की गई है।
डेटोनेटिंग कॉर्ड, गन पाउडर और विस्फोटक जब्त
अधिकारी ने कहा, ‘‘सोमलू उग्रवादी संगठन का सदस्य था, लिंगा संगठन का सेक्शन कमांडर था और कड़ती क्रांतिकारी पार्टी समिति का अध्यक्ष था। जिला रिजर्व गार्ड, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की 168वीं बटालियन और इसकी 210वीं कोबरा बटालियन ने नक्सलियों के पास से 'डेटोनेटिंग कॉर्ड', गन पाउडर, विस्फोटक और अन्य सामग्री जब्त की है।’’
बालाघाट में 14 लाख की इनामी नक्सली गिरफ्तार
छत्तीसगढ़ से सटे बालाघाट में महिला नक्सली साजंती को गिरफ्तार किया गया है। साजंती के ऊपर मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र सरकार की ओर से 14 लाख रूपये का इनाम घोषित है। वह हत्या, हत्या के प्रयास सहित आधा दर्जन अपराध में शामिल रही है। पुलिस महानिरीक्षक संजय सिंह ने बताया कि एक सूचना पर 5 सितंबर को हॉकफोर्स की टीम बालाघाट के थाना बैहर के कान्हा नेशनल पार्क के परसाटोला चिचरंगपुर जंगल में रात मे सर्चिंग पर गई थी। दो संदिग्ध दिखने पर जवानों ने सरेंडर करने कहा, लेकिन वे भागने लगे। जवानों ने सर्तकता के साथ साजंति को गिरफ्तार किया। एक नक्सली अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गया। साजंति को गिरफ्तार कर लौट रही हॉकफोर्स की टीम पर नक्सलियों ने फायरिंग कर छुड़ाने का प्रयास किया। जवानों ने जवाबी फायरिंग की तो वे भाग गये। साजंति के पास से पिस्टल मय मैगजीन और कुल्हाड़ी बरामद की गई है। महिला नक्सली साजंती वर्ष 2011 में नक्सल संगठन में भर्ती हुई थी तथा वर्ष 2016 से एमएमसी जोन में केबी डिवीजन अंतर्गत खटिया मोचा दलम की सक्रिय सदस्य के रूप में कार्य कर रही थी। (इनपुट- पीटीआई भाषा)